
आखिरकार पाकिस्तान पर अमेरिका और भारत का दबाव काम आया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ हरकत में आ गए हैं. उन्होंने हमले की जांच के लिए संयुक्त टीम (JIT) बनाने को कह दिया है.
इस जॉइंट टीम में पाकिस्तान आईबी, आईएसआई, मिलिट्री इंटेलीजेंस और पुलिस के अफसर शामिल होंगे. इस बीच, कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. इनसे भारत की ओर से दी गई फोन कॉल डिटेल के आधार पर ही पूछताछ की जा रही है.
इन दबावों ने झुकाया नवाज को
इन पहलुओं को खंगालेगी JIT
करीबी ने कहा- तह तक जाना चाहते हैं PM
पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पीएमओ सूत्र के हवाले से कहा है कि शरीफ पठानकोट हमले को लेकर काफी गंभीर हैं. उन्होंने सख्य रवैया अख्तियार कर लिया है. वह इस हमले की तह तक जाना चाहते हैं. वह जानना चाहते हैं कि आखिर हमले का मुख्य साजिशकर्ता कौन है. सूत्र के मुताबिक शरीफ ने इसे लेकर अपने आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ से भी बात की है.
72 घंटे पहले ही लिया गया था फैसला
शरीफ ने पिछले हफ्ते ही एक बैठक बुलाई थी. इसमें गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नसीर जांजुआ, विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज और वित्त मंत्री इशाक डार शामिल हुए थे. इसी मीटिंग में शरीफ ने हमले की जांच के लिए संयुक्त टीम बनाने का फैसला लिया.
... तो यही थी वो बड़ी खबर
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने बुधवार को आज तक से खास बातचीत में कहा था कि 72 घंटे में पाकिस्तान की ओर से कोई बड़ी खबर मिल सकती है. मीर ने ही इस बैठक के बारे में बताया था. सिर्फ इतनी ही डिटेल दी थी कि इस बैठक में कौन-कौन शामिल थे. फैसला अब सामने आया है.