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केंद्र में मोदी सरकार ने दो साल पूरे कर लिए हैं. ऐसे में कांग्रेस ने केंद्र पर हमले करने के लिए योजना तैयार कर ली है. इतना ही नहीं कांग्रेस राज्यों की समस्या के अनुसार बीजेपी पर हमला बोलने का प्लान बना रही है. इस बाबत कुछ नारे भी तैयार हुए हैं बाकी पर काम जारी है.
'दो साल संविधान पर अत्याचार' जैसे नारों की मदद से कांग्रेस ने पिछले साल की तरह ही इस बार भी, बीजेपी सरकार की दूसरी वर्षगांठ पर उसे घेरने का प्लान बनाया है. कांग्रेस ने ताबड़तोड़ हमलों से बीजेपी के रंग में भंग डालने की पूरी तैयारी कर ली है.
ये मुद्दे उठाएगी कांग्रेस
केंद्र सरकार की पहली सालगिरह की तुलना में इस बार कांग्रेस अलग-अलग राज्यों में बीजेपी विरोधी अलग-अलग नारे लगाने वाली है. जैसे 'दो साल संविधान पर अत्याचार' नारे का इस्तेमाल उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में किया जाएगा जहां कांग्रेस ने बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने के आरोप लगाएं हैं. महाराष्ट्र में सूखे पर जोर दिया जाएगा तो राजस्थान में किताबों से जवाहर लाल नेहरू का जिक्र हटाने की बात उठाई जाएगी. वहीं हरियाणा में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया जाएगा. वहीं राष्ट्रीय स्तर पर सात मुद्दों को हथियार बनाकर मोदी सरकार पर निशाना साधा जाएगा.
1. दलितों पर हमला
2. महंगाई
3. कृषि संकट
4. संवैधानिक संस्थाओं में तोड़मरोड़
5. व्यापम, चावल, ललितगेट, जीएसपीसी घोटाला
6. विदेश नीति, आंतरिक सुरक्षा और पड़ोसियों के साथ संबंध
7. अमीरों का बचाव
'छात्र विरोधी व्यवस्था'
कांग्रेस का प्लान यूं तो सरल है क्योंकि इन मुद्दों के ऊपर नारे बनाएं जाएंगे और भारतीय युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और कांग्रेस छात्र संघ सरकार की दलित विरोधी छवि का प्रचार करेंगे. कांग्रेस के ये संगठन छात्रों के बीच जाकर उन्हें यह भी बताएंगे की वर्तमान व्यवस्था उनके खिलाफ है.
सोशल मीडिया से भी होगा प्रहार
कांग्रेस अपने केंद्रीय प्रवक्ताओं को हर राज्य की राजधानी में भेजेगी. उनका काम प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मोदी सरकार की विफलताओं का बखान करना होगा. इस संबंध में एक बुकलेट भी छापी जा रही है ये मोदी सरकार की नाकामियों का संग्रह होगा. कांग्रेस ने सोशल मीडिया के माध्यम से भी मोदी सरकार पर हमला करने की योजना बनाई है.