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बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके अरुण शौरी ने एक फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर हमला बोला है. शौरी ने पीएम को अहंकारी करार दिया और उनपर एक व्यक्ति के प्रभुत्व वाली 'राष्ट्रपति प्रणाली की सरकार' चलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक आदमी में केंद्रित सरकार देश के लिए अच्छा संकेत नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी कोई भी फैसला अपने कुछ खास लोगों के साथ लेते हैं जो उन्हीं के चुने हुए हैं.
'सरकार पर एक आदमी पर कब्जा'
शौरी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को पेपर नैपकिन की तरह इस्तेमाल करके फेंक देते हैं. वे केवल खुद से प्यार करते हैं. शौरी ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा कि सरकार के दो साल पूरे होने वाले हैं और हालात देखकर ये कहा जा सकता है कि सरकार का बागडोर एक आदमी के हाथ में केंद्रित है. ऐसा प्रतीत होता है कि एक आदमी ने पूरी सरकार पर कब्जा कर लिया है. शौरी की मानें तो पिछले दो साल ऐसे थे जैसे हर दिन किसी के साथ बॉक्सिंग मैच किया जा रहा हो. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने बेहतरीन दो साल गवां दिए.
सरकार के फैसले पर उठाए सवाल
मोदी सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए शौरी ने कहा कि कांग्रेस शासित प्रदेश अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में राष्ट्रपति शासन लगाना असंवैधानिक फैसला था. इस फैसले की बीजेपी की नीतियों को झटका लगा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते फिलहाल समझ से बाहर हैं. नरेंद्र मोदी के पाकिस्तान के साथ विदेश नीति न तो संवैधानिक है और ना ही तार्किक हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पीएम ने अपनी चालबाजी से भारत को अब तक गुमराह किया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हालिया दिनों भारत को केवल मूर्ख बनाने का काम किया. शौरी ने कहा कि उन्हें किसी नजर में अच्छा शासन वाली ये सरकार नहीं लगती है. देश के नागरिक से लेकर सेना के जवान तक संतुष्ट नहीं हैं. फिर कौन-सी सुशासन की बात हो रही है?
ललित मोदी मामले पर सरकार को घेरा
हालांकि शौरी ने इंटरव्यू के दौरान माना कि अब तक सरकार की छवि बेदाग रही है. लेकिन उन्होंने कहा कि बीजेपी शासित राज्यों में भ्रष्टाचार के मामले सामने आए. मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाला और छत्तीसगढ़ में पीडीएस घोटाला का उन्होंने जिक्र किया. इसके अलावा शौरी ने ललित मोदी मामले पर केंद्र सरकार को गलत तरीके से हैंडल करने का आरोप लगाया. शौरी ने कहा कि इन सभी मामलों को लेकर मोदी सरकार के कदम सही दिशा में नहीं थे. शौरी ने चीन के साथ भी भारत के रिश्ते पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सरकार की चीन के साथ विदेश नीति बिल्कुल गलत दिशा में है.
अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर दागे सवाल
अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर मोदी सरकार के रुख पर शौरी ने हमला किया. उन्होंने कहा कि सरकार इटली की निचली अदालत में कंपनी के दो पूर्व प्रमुखों के गिस्युपे ओरेसी और ब्रूनो स्पैगनोलिनी के बरी होने के खिलाफ अपील क्यों नहीं कर रही है? शौरी की मानें तो मनोहर पर्रिकर जिस तरह मामले को तूल दे रहे हैं उसमें कुछ नया नहीं है. पर्रिकर के संसद में दिए भाषण को शौरी से गलत बताया. पिछले साल भी अरुण शौरी ने मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर सरकार की नीतियों पर जमकर सवाल उठाए थे.