
सीमापार से लगातार सीजफायर उल्लंघन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान आपस में काफी लड़ चुके हैं. अब दोनों मुल्कों को गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत का प्रयास पाकिस्तान को अलग-थलग करने की बजाए आतंकवाद को हराने के लिए दुनिया की ताकतों को एकजुट करने का है.
एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत है कि देश की विदेश नीति पाकिस्तान पर आधारित है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ दुनिया एकजुट है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर आप यह सोचते हैं कि हम एक देश को अलग-थलग करने के लिये दुनिया में इतना कठिन परिश्रम कर रहे हैं, तब यह गलत है. यह हमारा काम नहीं है. हां, दुनिया आतंकवाद की बुराई का सामना कर रही है और जो भी आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखते हैं, उनके खिलाफ दुनिया एकजुट हो रही है. उन्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति मुद्दों पर आधारित है और दुनिया के साथ संबंधों के संदर्भ में है.
मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाने के लिये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि मैं उनका स्वागत करता हूं. जो भी आतंकवाद के खिलाफ कोई कदम उठायेगा, मैं उसका स्वागत करूंगा, उनकी प्रशंसा करूंगा क्योंकि मेरा देश 40 वर्षों से आतंकवाद से पीड़ित है. निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. दुनिया में आतंकवाद के खत्मे की जरूरत है. पाकिस्तान के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा ही कहा है कि भारत और पाकिस्तान काफी लड़ चुके हैं और अब हमें गरीबी और बीमारी से लड़ना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान के लोगों से सीधे कहना चाहता हूं कि क्या हमें गरीबी से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें निरक्षरता से नहीं लड़ना चाहिए? क्या हमें बीमारी से नहीं लड़ना चाहिए. अगर हम इनसे साथ मिलकर लड़ेंगे तब हम जल्दी जीतेंगे.