
रेल मंत्री पीयूष गोयल रायपुर में रेलवे की एक रीव्यू मीटिंग ले रहे थे, लेकिन तभी ऐसा कुछ हुआ कि रेल मंत्री असहज हो गए और रेलवे के अधिकारी बलगें झांकने लगे. दरअसल मीटिंग के बीच में ही अचानक बत्ती गुल हो गई.
इतना ही नहीं डिस्प्ले का भी पॉवर कट हो गया. अचानक पावर कट हो जाने से रेलवे के अफसर बगले झांकने लगे. करीब पंद्रह मिनट तक पॉवर कट रहा.
इस बैठक में रेल मंत्री पियूष गोयल को रेलवे की आगामी परियोजनाओं की खूबियां बतायी जा रही थीं. लेकिन अचानक बत्ती गुल हो जाने से कुछ देर के लिए रेलवे के अफसर और मंत्री दोनों के लिए अप्रिय स्थिति पैदा हो गई. इस दौरान मीटिंग रूम में सन्नाटा पसरा रहा. कई मिनट तक जब बत्ती नहीं लौटी तो अंधेरे में ही मीटिंग दोबारा शुरू हुई. हालांकि लाइट आ जाने के बाद सब कुछ सामान्य हो गया.
इस मीटिंग में रायपुर के सांसद रमेश बैंस सहित छत्तीसगढ़ सरकार के आधा दर्जन मंत्री शामिल थे. रेलवे की इस रीव्यू मीटिंग में पूरा जोर दल्ली राजहरा रेलवे लाइन पर रहा.
नक्सली नहीं चाहते बने रलेवे लाइन
बस्तर की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली इस रेलवे लाइन के निर्माण में नक्सली लगातार रोड़े अटका रहे हैं. वे नहीं चाहते कि बस्तर में रेल सुविधाओं का किसी भी सूरत में विस्तार हो. कई बार नक्सली पटरियां उखाड़ चुके हैं. हाल ही में उन्होंने दंतेवाड़ा में RPF के दो जवानों की हत्या कर दी थी. इस रेलवे ट्रैक पर जल्द ही रेलवे के 9 नए थाने खोलने जा रहा है. इस पूरे ट्रैक पर RPF की तैनाती का प्लान भी रेलवे मंत्री को बताया गया.
रायपुर और बिलासपुर रेल मंडल के आधुनिकीकरण, यात्री सुविधाओं के विस्तार, सवारी और मालगाड़ियों की विस्तार योजनाओं पर रेलवे अफसरों ने प्रेजेंटेशन दिया. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुंबई-हावड़ा रेलमार्ग पर नई गाड़ियों को लाने और पुरानी गाड़ियों की रफ्तार बढ़ाए जाने को लेकर रेल अफसरों की अच्छी खासी क्लास ली. प्रेजेंटेशन के दौरान हुए सवाल जवाब में कई अफसर रेल मंत्री को सतुष्ट नहीं कर पाए.