
देश भर में मतदान भले ही EVM और VVPAT से हो रहे हों लेकिन भारतीय गणतंत्र के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का चुनाव बैलेट पेपर से होगा. इस चुनाव में सांसद और विधायक बैलेट पेपर पर सही का निशान लगा कर अपने वोट का इस्तेमाल करेंगे. इस चुनाव में सही का निशान लगाने वाला पेन और उसमें इस्तेमाल की जाने वाली स्याही भी एकदम खास होगी. ये स्याही भी आम मतदान के पहले उंगली पर लगाई जाने वाली स्याही की तरह ही होगी.
राष्ट्रपति चुनाव में पहली बार पेन
राष्ट्रपति चुनाव में पहली बार हो रहा है जब ऐसे पेन और इस खास स्याही का इस्तेमाल होगा. खास स्याही और पेन को लेकर विवाद, गम्भीरता और निर्णय 2015 में हरियाणा से राज्यसभा सदस्य के चुनाव के दौरान सामने आया था. जिसके बाद कांग्रेस विधायकों ने मतदान अधिकारियों द्वारा दूसरा पेन मुहैया कराने की दलील दी थी. विधायकों ने आरोप लगाया था कि उन्होंने जिस रंग की स्याही से सही का निशान लगाया वो अलग था.
हरियाणा से विवाद सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने तय किया था कि राज्यसभा, विधान परिषद , राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विशेष इंक वाले खास पेन का इस्तेमाल किया जाएगा.
17 जुलाई को होगी वोटिंग
राष्ट्रपति चुनाव का नोटफिकेशन 14 जून को जारी किया जाएगा. इसके बाद 28 जून को नामांकन की आखिरी तारीख होगी. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 1 जुलाई है. जबकि 17 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए वोट डाले जाएंगे. इसके बाद 20 जुलाई को मतगणना की जाएगी.