
राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार को दोपहर तक चलती रही जिसे देखकर कुछ लोगों को शायद लगा हो कि संसद में कई हफ्तों से चला आ रहा गतिरोध खत्म हो गया है, लेकिन इसकी असली वजह थी राज्यसभा के सांसदों का रिटायर होना.
बुधवार को राज्यसभा के 52 सांसद रिटायर हो गए जिनमें सचिन तेंदुलकर और रेखा भी शामिल हैं. राज्यसभा में इन सांसदों की विदाई की वजह से बुधवार को हंगामा नहीं हुआ और कार्यवाही शांतिपूर्ण तरीके से चलती रही.
लेकिन हमेशा की तरह बुधवार को भी लोकसभा में वही हंगामा देखने को मिला और सत्र शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद हंगामे की वजह से इस पूरे हफ्ते के लिए सदन स्थगित करना पड़ा. गुरुवार और शुक्रवार को संसद में छुट्टी होने की वजह से संसद का सत्र अब सोमवार को होगा. इस सत्र में संसद में सबसे ज्यादा हंगामा आंध्र प्रदेश के सांसदों ने अपने राज्य के लिए विशेष पैकेज की मांग को लेकर किया और हंगामा करने वालों में तेलुगू देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस सबसे आगे रहे.
मजेदार बात यह रही कि संसद में बोलते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने संसद की कार्यवाही ना चलने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार यह कह रही है कि वह अविश्वास प्रस्ताव से लेकर हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन कांग्रेस के रुख की वजह से संसद नहीं चल पा रही है. जवाब में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सदन चलाना सरकार का काम है लेकिन सरकार की मंशा ही नहीं है कि संसद चले.
संसद का बजट सत्र 6 तारीख को खत्म हो रहा है और कार्रवाई चलने के लिए अब सिर्फ 5 दिन बाकी हैं लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के रूप को देखकर ऐसा नहीं लगता कि अगले हफ्ते भी संसद में कोई कामकाज हो पाएगा. ऐसा पहली बार हुआ है जब सरकार ने पूरा वित्त विधेयक बिना एक मिनट भी बहस कर आगे पास कर दिया. सरकार के पास तीन तलाक समेत तमाम बिल पड़े हैं जिन्हें सरकार इस सत्र में पास कराना चाहती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं लगता कि इस सत्र में कोई कामकाज हो सकेगा.