
22 अक्टूबर को जिस तरह बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का बर्थडे सेलिब्रेशन किया, उससे राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ में नाराजगी है. संघ व्यक्ति पूजा के खिलाफ है और आरएसएस के कुछ नेताओं का मानना है कि जन्मदिन के जश्न से व्यक्ति पूजा को बढ़ावा मिला.
मनमोहन वैद्य बोले- संघ व्यक्ति पूजा के खिलाफ
संघ की विचारधारा के मुताबिक, उसके सभी स्वयंसवेक बराबर है. अमित शाह को जन्मदिन पर ट्विटर एक वीडियो भी अपलोड किया था, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष को दिग्गज नेता के तौर पर पेश किया गया. इस मामले पर संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा, 'संघ व्यक्ति पूजा का समर्थन नहीं करता. लेकिन ये अपनी पसंद का मामला है.' उन्होंने कहा, 'लेकिन बीजेपी एक स्वतंत्र राजनीतिक पार्टी है. भाजपा संघ तो नहीं.'
बीजेपी में कांग्रेस जैसा कल्चर
संघ के दिल्ली प्रांत प्रचारा प्रमुख राजीव तुली ने तो इस मामले में और खुलकर बोले. उन्होंने कहा, 'अब बीजेपी में भी कांग्रेस की तरह एक नई संस्कृति घुस रही है, जिसमें व्यक्ति पूजा को बढ़ावा दिया जा रहा है. सुदर्शन जी (पूर्व
संघ प्रमुख) ने कहा था व्यक्ति पर फोकस नहीं होना चाहिए. संघ का झंडा ही सर्वोच्च है और उसी की पूजा होनी चाहिए.'
बीजेपी नेताओं ने किया बचाव
उधर बीजेपी के कुछ नेताओं का कहना है कि अमित शाह के जन्मदिन पर ऐसा कुछ अलग नहीं हुआ, जो पार्टी के दूसरे बड़े नेताओं के जन्मदिन पर न होता हो. इन नेताओं ने नाम न छापने की गुजारिश करते हुए कहा कि
कार्यकर्ताओं ने पार्टी अध्यक्ष के लिए जो भी प्यार और सम्मान दिखाया, उसे व्यक्ति पूजा कहना ठीक नहीं है.
दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी चलाने वाला शख्स
वीडियो में अमित शाह को एक कुर्सी पर बैठे हुआ दिखाया गया था और बैकग्राउंड में चाणक्य और वीर सावरकर की तस्वीरें लगी थी. वीडियो में उन्हें स्ट्रैटजिस्ट के तौर पर दिखाया गया. वीडियो का टाइटल था- Know the
man who leads the largest political party of the world (उस शख्स को मिलिए, जो दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी चलाता है).