
गांधी जयंती पर आयोजित सफाईगीरी अवार्ड समारोह के चौथे संस्करण में इंडिया टुडे के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा कि आज का दिन उन लोगों के लिए जश्न मनाने का है जो बदलाव लाने में सफल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सफाईगीरी अवार्ड 2018 पर बधाई से संस्था को मजबूती मिलती है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी लोकप्रिय संगीत के बहुत बड़े प्रशंसक नहीं थे, लेकिन उन्होंने हमेशा विचारों और कार्यों को प्रोत्साहित किया. वह हमेशा इसकी वकालत करते थे कि हम जो चाहते हैं उस तरह का बदलाव करना चाहिए और आज के पुरस्कार विजेता इस बात को प्रमाणित करते हैं.
इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से आयोजित सफाईगीरी अवार्ड समारोह पर इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ अरुण पुरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मंडी के स्कूलों में टॉयलेट्स के निर्माण के लिए माता-पिता अपना योगदान करते हैं इसका परिणाम यह है कि स्कूलों से ड्रॉपआउट में कमी आई और लड़कियों के दाखिले में सुधार आया.
उन्होंने आगे कहा, 'स्वच्छ भारत आंदोलन का इंडिया टुडे ग्रुप समर्थन करते हुए गौरवान्वित महसूस करता है. खासतौर पर तब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रुप को इसके लिए नॉमिनेट किया और मुझे 2014 में स्वच्छ भारत का दूत बनाया. मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि प्रधानमंत्री ने आज ट्वीट कर हमारे प्रयास की सराहना की, इससे स्वच्छ भारत आंदोलन के प्रयास को मजबूती मिलती है.'
अरुण पुरी ने कहा कि स्वच्छता सबको शामिल करता है. स्वच्छता इसलिए जरूरी है क्योंकि शहरों की गंदगी नालों और नहरों के जरिए हमारी नदियों में जा रही है. इसे रोकना जरूरी है.
उन्होंने आगे कहा कि सफाईगीरी सिंगाठन और अवार्ड समारोह व्यवहार में बदलाव को प्रोत्साहित करने का एक माध्यम है. इसके जरिए, हमने ऐसे लोगों और अन्वेषकों की पहचान की जिन्होंने स्वच्छ भारत बनाने की मुहिम में अतुलनीय काम किया है. सर्वे एजेंसी और प्रतिष्ठित जूरी के साथ मिलकर हम हर साल सफाई को लेकर 13-16 चैंपियंस लोगों को चुनते हैं.
उन्होंने कहा कि हमने कई चीजें सीखीं हैं और हमें उम्मीद है कि इसे स्वच्छ भारत के अगले चरण में ले जा पाने में कामयाब रहेंगे.
अरुण पुरी ने कहा कि भारत में हमारी समस्या बहुत बड़ी है, इसलिए समस्याओं के समाधान के लिए लक्ष्य भी बड़ा होना चाहिए. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मोदी के भारत को खुले में शौच से मुक्ति के प्रयास को जॉन एफ कैनेडी के चांद पर आदमी पहुंचाने का वादा से किया था.
उन्होंने कहा कि सभी को उस समय आश्चर्य हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा नदी के सफाई के लिए नितिन गडकरी का चयन किया. गडकरी ने खुद को इसके लिए समर्पित कर लिया और उन्होंने यह कहा है कि मार्च 2019 तक गंगा 70-80 फीसदी साफ हो जाएगी.
सफाईगीरी कार्यक्रम का यह चौथा संस्करण है और पहली बार इसका आयोजन मुंबई में कराया गया. अरुण पुरी ने अपने संबोधन की शुरुआत कार्यक्रम में शरीक सभी लोगों का स्वागत करते हुए की.