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नोटबंदी का बम फेंककर मोदी ने हिंदुस्तान को हिरोशिमा, नागासाकी बना डाला : शिवसेना

नोटबंदी को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही नरेंद्र मोदी सरकार पर उसकी गठबंधन सहयोगी शिवसेना के भी प्रहार जारी है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है.

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे
विरेंद्रसिंह घुनावत
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  • 18 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 9:24 AM IST

नोटबंदी को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही नरेंद्र मोदी सरकार पर उसकी गठबंधन सहयोगी शिवसेना के भी प्रहार जारी है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में एक संपादकीय के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है.

मोदी सरकार पर शिवसेना के 10 बड़े वार
1. नोटबंदी का अणु बम फेंककर मोदी ने हिंदुस्तानी अर्थव्यवस्था को हिरोशिमा, नागासाकी बना डाला है.
2. उद्योग जगत के एसोचैम नामक संगठन ने बताया कि नोटबंदी के बाद से अब तक देश में 40 लाख लोगों की नौकरियां चली गईं तथा आगे कई और लोगों को नौकरी गंवानी पड़ सकती है.
3. मोदी आज किसी की भी सुनने की स्थिती में नहीं है. उन्होंने आरबीआई गवर्नर की भी नहीं सुनी.
4. मंत्रीमंडल मे जिस तरह गूंगे-बहरे तोते बिठाए गए हैं, आरबीआई में भी उसी तरह का गवर्नर नियुक्त कर देश की अर्थव्यवस्था को अस्त-वस्त कर दिया है.
5. मोदी का कहना है कि राज्य के कामकाज में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की सलाह लेते हैं. ये बात उन्होंने बारामती में कही थी.
6. मोदी अगर सचमुच शरद पवार से सलाह ले रहे होते, तो पवार भी सलाह देते कि जिला सहकारी बैंको को अपराधी ठहराकर किसानो की अर्थी मत बांधो, क्योंकि सहकारी क्षेत्र महाराष्ट्र की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की आत्मा है.
7. किसानों की कमर टुट चुकी है और किसानों की दुर्दशा पुछने वाला कोई नहीं है. किसान अपना दैनिक लेन-देन का पैसा जिला सहकारी बैंको में जमा करता है.
8. जिला सहकारी बैंको पर पुराने नोटों को लेने का प्रतिबंध लगाकर सरकार ने एक साथ सभी जिला बैंकों को अपराधी और भ्रष्ट ठहरा दिया.
9. ऊपर से सरकार ने कहा कि जिला सहकारी बैंक काले धन के गोदाम बन गए हैं, इसलिए नोटबंदी के बाद पुराने नोटों को लेने से उन्हें रोका गया.
10. अब खुद आरबीआई ने एक आरटीआई के जवाब में स्पष्टीकरण दिया है कि नोटबंदी के दोरान राज्य और जिला सहकारी बैंक में भ्रष्टाचार या कोलाहल मचने की कोई जानकारी नहीं है.

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