
महिला आरक्षण बिल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की चिट्ठी के बाद लोकसभा के अगले सत्र में बिल लाया जा सकता है. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार शाम इस संबंध में कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग की.
चिट्ठी के बाद जेटली ने की मीटिंग
कांग्रेस अध्यक्ष ने ये चिट्ठी 20 सितंबर को लिखी थी. जिसके बाद अगले ही दिन गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस संबंध में कांग्रेस नेताओं के साथ संसद भवन में मुलाकात की.
इस मुलाकात में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल के अलावा मोतीलाल वोरा मौजूद रहे. जेटली ने कांग्रेस नेताओं से लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास कराने को लेकर चर्चा की.
पीएम मोदी को भेजी गई अपनी चिट्ठी में सोनिया गांधी ने लिखा है, '2010 में राज्यसभा में हमारे पास बहुमत था और हमने वहां महिला आरक्षण बिल पास किया. अब लोकसभा में आपके पास बहुमत है, आप वहां इस बिल को पास कराइए, कांग्रेस आपका साथ देगी'. चिट्ठी में ये भी लिखा गया कि कांग्रेस ने लालू यादव, मुलायम सिंह यादव और शरद यादव का विरोध दरकिनार कर ये बिल पास किया था.
राजीव गांधी को भी किया याद
सोनिया गांधी ने अपनी चिट्ठी में पूर्व पीएम और अपने पति राजीव गांधी को भी याद किया. उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस और उनके दिवंगत नेता राजीव गांधी ने संविधान संशोधन विधेयकों के जरिए पंचायतों और स्थानीय निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण के लिए पहली बार प्रावधान कर महिला सशक्तीकरण की दिशा में कदम उठाया था'. सोनिया ने कहा कि उन विधेयकों को 1989 में विपक्ष ने पारित नहीं होने दिया, मगर बाद में 1993 में ये दोनों सदनों में पारित हुए.
अगले सत्र में लाया जा सकता है बिल
बताया जा रहा है कि मोदी सरकार महिला आरक्षण बिल को लेकर गंभीर है. जिसके चलते लोकसभा के शीतकालीन सत्र में ही इस बिल को लाया जा सकता है. हालांकि, अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है.