
असम में तेजपुर से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गए सुखोई विमान के दोनों पायलटों की हादसे में मृत्यु हो गई. इस बात की पुष्टि हो गई है. विमान का मलबा मिलने के पांच दिन बाद वायुसेना ने इस बात की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि दोनों पायलटों को इस हादसे में चोटें लगीं थी, जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई.
बता दें कि 23 मई को तेजपुर एयरबेस से 60 किलोमीटर दूर ये हादसा हुआ था. इस पर वायु सेना ने कहा हादसे से पहले स्क्वाड्रन लीडर 36 वर्षीय डी पंकज और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस अचुदेव विमान से बाहर निकल नहीं पाए थे.
तीन दिन तक चला तलाशी अभियान
तेजपुर स्थित चौथी कोर के लेफ्टिनेंट कर्नल संबित घोष ने कहा कि दोनों के पार्थिव शरीर तेजपुर स्थित वायुसेना बेस पर लाये गए हैं. तीन दिन के तलाशी अभियान के बाद अरूणाचल प्रदेश के घने जंगल वाले इलाके में 26 मई को सुखोई-30 एमकेआई विमान का मलबा मिला था. जिसके मिलने के बाद ही पुष्टि हुई थी.
विमान का किया गया विश्लेषण
वायु सेना के प्रवक्ता अनुपम बनर्जी ने दिल्ली कहा, विमान के उड़ान डेटा रिकार्डर (ब्लैक बॉक्स) के विश्लेषण किया गया. इसके बाद दुर्घटना स्थल से बरामद कुछ अन्य सामग्रियों पाई गई, जिससे पता चला है कि हादसे के पहले पायलट कॉकपिट से बाहर नहीं निकल पाए थे. विमान ने 23 मई को दिन में साढ़े 10 बजे तेजपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी. इसके बाद तकरीबन 11 बजकर 10 मिनट पर रडार से संपर्क टूट गया था.