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चेन्नई में पानी की किल्लत, हॉस्टल बंद, होटलों में भी एडवाइजरी जारी

DMK का आरोप है कि राज्य में आज जो पानी की किल्लत मची है, उसकी वजह राज्य की ई. पलानीस्वामी सरकार है. यही कारण है कि पार्टी अब सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी. राज्य में पानी की किल्लत का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है.

तमिलनाडु में पानी का संकट (फोटो: IANS) तमिलनाडु में पानी का संकट (फोटो: IANS)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 जून 2019,
  • अपडेटेड 2:12 PM IST

दक्षिण के राज्य तमिलनाडु में इन दिनों पानी की किल्लत चल रही है. लोग पीने के पानी से लेकर और घरेलू कार्यों  की जरूरत के पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस संकट की वजह से काम पर असर पड़ रहा है तो वहीं स्कूलों की टाइमिंग में भी बदलाव किया जा रहा है. पानी का सर्वाधिक संकट राजधानी चेन्नई में ही दिख रहा है. यहां कई हॉस्टलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है, जबकि कुछ होटलों ने अपने ग्राहकों के लिए एडवाइजरी जारी की है.

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अब इस मुद्दे ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है. विपक्षी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) ने पूरे राज्य में 22 जून को इस मुद्दे पर प्रदर्शन करेगी.

DMK का आरोप है कि राज्य में आज जो पानी की किल्लत मची है, उसकी वजह राज्य की ई. पलानीस्वामी सरकार है. यही कारण है कि पार्टी अब सड़क पर उतर कर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी. राज्य में पानी की किल्लत का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है, मद्रास हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से इस समस्या पर जवाब तलब किया है.

बता दें कि पानी की कमी के कारण बीते दिनों तमिलनाडु के कई हिस्सों में हिंसक झड़प भी देखने को मिली थी. राज्य में कई इलाके और जलाशय ऐसे हैं, जो पूरी तरह से सूख चुके हैं. वहीं सरकार का दावा है कि ये दिक्कतें राज्य के कुछ ही हिस्सों में है. जहां भी दिक्कत हैं, वहां पर टैंकर के जरिए पानी पहुंचाया जा रहा है.

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मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी ने बुधवार को चेन्नई में कहा कि मीडिया, पानी की समस्या को बढ़ा चढ़ाकर दिखा रहा है. सीएम ने अपने बयान में कहा कि मॉनसून में देरी और भूजल में गिरावट की वजह से कई क्षेत्र की ऐसी समस्या से जूझ रहे हैं.

पानी की वजह से करने पड़ रहे हैं बदलाव

पानी की समस्या आम लोगों के लिए परेशानी बनती जा रही है. राज्य में कुछ जगह स्कूल की टाइमिंग बदल दी गई है, ताकि बच्चों को दिक्कत ना आए. कुछ दफ्तरों ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वह घर से ही काम करें, दफ्तर ना आएं.

-    चेन्नई में चार स्कूलों ने बदली अपनी टाइमिंग

-    चेन्नई की IT कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा

-    कुछ कंपनियों ने अपने वर्क टाइम में कटौती की है

-    कई होटलों ने दोपहर का खाना देना बंद कर दिया है

चेन्नई का बुरा हाल!

चेन्नई में सबसे बुरा हाल है. यहां पानी सप्लाई करने वाले तीन बड़े जलाशय सूख गए हैं. लोग पानी की समस्या के कारण शहर छोड़कर पलायन कर रहे हैं. हालात ऐसे ही बने रहे तो आने वाले दिनों में इन जलाशयों से पानी पूरी तरह सूख जाएगा. चेन्नई को चार बड़े जलाशयों से पानी सप्लाई होता है. इन चार जलाशयों में रेड हिल, पूंडी, चोलावरम और चेम्बरमबक्कम शामिल हैं. ये चारों ही सूखने की कगार पर हैं.

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