
विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को पैसे निकालने की सीमा पर चुनाव आयोग के फैसले को वामपंथी दलों ने सही बताया है. सीपीएम नेता प्रकाश करात ने कहा है कि उम्मीदवारों के लिए पैसे निकासी की सीमा बढाए जाने का चुनाव आयोग का सुझाव सही है. प्रकाश करात ने ये भी कहा कि 24 हजार रुपये हर सप्ताह निकासी की सीमा के साथ किसी भी उम्मीदवार के लिए चुनाव लड़ना संभव नहीं है.
दरअसल विवाद उठा है चुनाव आयोग के उस चिट्ठी के बाद जो आयोग ने आरबीआई को लिखी थी और उन्हें उम्मीदवारों के लिए निकासी की सीमा 24 से बढ़ाने के लिए कहा था. लेकिन आरबीआई ने चुनाव आयोग के सुझाव को नकार दिया जिसके बाद आयोग ने दोबारा आरबीआई को खत लिखकर फैसले पर विचार करने को कहा है. आयोग ने आरबीआई को कहा कि चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को बराबरी का मौका देना और निष्पक्ष चुनाव करना उसकी जिम्मेदारी है. चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के लिए खर्च सीमा 28 लाख रुपये तय की है.
सीपीएम नेता प्रकाश करात ने भी आयोग के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि चुनावों के दौरान आयोग का फैसला ही सबसे बड़ा है और उसे कोई खारिज नहीं कर सकता. करात ने कहा कि 24 हजार साप्ताहिक निकासी सीमा में चुनाव नहीं लड़ा जा सकता. करात ने कहा कि रिजर्व बैंक चुनाव आयोग के फैसले का विरोध नहीं कर सकता क्योंकि चुनावों के दौरान आयोग का फैसला ही आखिरी होता है.