
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार त्रिपुरा में कमल खिलाने की कोशिश में जुटे हैं और वहां 2 दशक पुरानी वाम सरकार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि वाम सरकार ने राज्य को बर्बाद करके रख दिया, इस बार उसपर हार का खतरा मंडरा रहा है.
त्रिपुरा के शांतिर बाजार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए वाम दल और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जिसने राज्य को बर्बाद करके रख दिया. कांग्रेस भ्रष्टाचार में माहिर है तो सीपीएम हिंसा में पारंगत है.
मोदी ने राज्य के नौकरीपेशा वर्ग को खुश करते हुए कहा कि त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार आई तो राज्य में सातवां वेतन आयोग लागू किया जाएगा.
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उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा, 'मैं सबसे पहले त्रिपुरा के महाराजा रहे, उनकी महान परंपरा और महान काम को याद करता हूं. वामदल, लाल झंडा यहां दो दशक इसी का राज चला. लोकतंत्र में सरकारें बनती हैं जनता के कल्याण के लिए, जनता की सुनवाई हो इसलिए लोग सरकार चुनते हैं. लेकिन यहां 20-25 साल होने आए, क्या कोई त्रिपुरा का वासी कह सकता है कि राज्य में विकास को प्राथमिकता दी जा रही है?
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आमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'इस चुनाव में वाम दल अपनी हार से डर रहे हैं क्योंकि उन्होंने बीजेपी के कार्यकर्ताओं पर हमले कराए हैं. उनके पास कोई जवाब नहीं होगा कि बीते 25 सालों में उन्होंने कितने गलत काम किए हैं.' उन्होने आगे कहा, 'जब ये वाम दल के लोग निर्दोषों की हत्या करते हैं तो यह पक्का हो जाता है कि वो पराजय से कांप रहे हैं.'
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18 फरवरी को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का प्रचार करने यहां पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि त्रिपुरा के लोगों ने आज एक नया इतिहास रच दिया है. त्रिपुरा के किसी भी कोने में इतने बड़े जन-सागर का आशीर्वाद पाने का सौभाग्य पहले कभी किसी को नहीं मिला होगा.
'20-25 सालों में की मौज'
वाम दल और कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 20-25 सालों से इन्होंने जो मौज की है, उसका हिसाब देना का वक्त आ गया है. त्रिपुरा के विकास का दरवाजा खोलने के लिए आपको 18 तारीख को बटन दबाना है.
उन्होंने कहा, 'मुझे बताया गया कि अभी-अभी अगरतला में ट्रैफिक सिगनल लगाए गए हैं. इसको वे बड़ा काम मानते हैं. शायद हिंदुस्तान में किसी भी पीएम को त्रिपुरा की धरती पर प्यार नहीं मिला होगा. यहां ट्रैफिक सिगनल लगा हुआ है चौराहे पर, आप कितनी भी तेज गति से जा रहे, जल्दी जा रहे हो, पर अगर वहां लाल लाइट है तो आप जा नहीं सकते, रुक जाते हैं. आपकी गति रुक जाती है. जब तक लाल लाइट है त्रिपुरा में, तब तक रुकना पड़ेगा, राज्य आगे नहीं बढ़ सकेगा.'
मोदी ने वाम सरकार पर हमला करते हुए कहा, 'वाम दल की लाल झंडे दल की वाली सरकार त्रिपुरा के विकास को रोक कर बैठी है. स्थिति तब ठीक होगी जब यहां दो कलर की लाइट आएगी (उन्होंने बीजेपी का झंडा दिखाया). इस चुनाव को मैंने बारीकी से देखा. ये मेरा चौथा कार्यक्रम है. आपके प्यार को मैं ब्याज समेत चुकता करूंगा, आपको विश्वास दिलाता हूं. जो आप मुझे दे रहे हैं, उससे ज्यादा विकास कर लौटाऊंगा.'
अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरुणाचल प्रदेश गए और प्रदेश की राजधानी ईटानगर में भी एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिस अरुणाचल प्रदेश से प्रकाश फैलता है, वहां से ऐसा प्रकाश फैलेगा कि पूरा देश देखेगा.
रैली में पूर्व प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले के प्रधानमंत्री के पास काम ज्यादा रहता था, तो वे आ नहीं पाते थे. वह यहां आए बिना रह नहीं पाते. उन्होंने पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस देश में पैसे की कमी नहीं है. लेकिन अगर बाल्टी में ही छेद हो तो पानी भरेगा क्या? हमारे देश में पहले ऐसे ही चला है.
पीएम मोदी ने यहां ईटानगर में सिविल सचिवालय कॉम्प्लेक्स की बिल्डिंग, कन्वेंशन हॉल का उद्घाटन किया. रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर दफ्तर का माहौल ठीक रहता है तो उसका कामकाज पर भी असर पड़ता है. एक ही कैंपस में कई सरकारी दफ्तर होने से गांव से आने वाले फरियादियों को सबसे ज्यादा फायदा होता है.
पीएम मोदी कुछ दिन पहले भी त्रिपुरा का दौरा किया जहां सोनामुरा में रैली को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था. तब उन्होंने कहा था कि त्रिपुरा ने गलत माणिक पहन लिया है, जब तक आप ये गलत माणिक नहीं उतारोगे, तब तक त्रिपुरा का भाग्य नहीं बदलेगा.