
यूपी में किसानों की कर्जमाफी पर एक बड़े भ्रम की स्थिति तब बन गई जब मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कर्जमाफी के दायरे में आने वाले किसानों की संख्या 2 करोड़ 15 लाख बताई. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त विभाग के प्रेस नोट के मुताबिक जिन किसानों को कर्जमाफी से फायदा होगा उनकी संख्या सिर्फ 86 लाख है. दरअसल कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस को ब्रीफ करते समय सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा था कि उत्तर प्रदेश के अंदर लगभग दो करोड़ तीस लाख किसान हैं, जिसके अंदर 92.5% जो निकलता है दो करोड़ 15 लाख लघु और सीमांत किसान हैं, उनका हम लोगों ने जो ऋण माफ किया है वो है 30729 करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है.
मंत्रीजी से उलट यूपी सरकार का प्रेस नोट ये बताता है कि यूपी में कर्जमाफी की योजना से 86 लाख किसानों को फायदा होगा. प्रेस नोट में स्पष्ट लिखा है कि 31 मार्च 2016 तक लिए गए किसानों के फसल के कर्ज को माफ किया गया. जिसकी अधिकतम सीमा एक लाख रुपये प्रति किसान है. लेकिन इसमें साफ तौर पर लिखा है कि कर्जमाफी की योजना से 86 लाख छोटे किसानों को फायदा होगा.
सवाल यही है कि क्या मीडिया के सामने मंत्रीजी अतिउत्साह में बढ़ा-चढ़ा कर नंबर बता गए?
इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि कैबिनेट के पास कोई आंकड़े नहीं हैं, ये संभावित आंकड़े वित्त विभाग द्वारा तैयार किए गए थे. किसानों की असली संख्या उस वक्त सामने आएगी जब वे कर्जमाफी के लिए आवेदन करेंगे.