
राज्यसभा में अगस्टा-वेस्टलैंड पर बहस हंगामे के साथ शुरू हुई. कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए उसकी नीयत पर सवाल उठाया. वहीं स्वामी ने कहा कि मामले का बदले की भावना से कोई लेना-देना नहीं है.
कांग्रेस ने कहा कि सरकार खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. वहीं इस पर जवाब देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि अगस्ता डील में भ्रष्टाचार हुआ है. कांग्रेस कुतर्कों से झूठ को सच साबित करने में लगी है. इसमें नियमों की अनदेखी हुई. उन्होंने कहा कि देश जानना चाहता है कि रिश्वत किसने ली?. डील में एक ही वेंडर का नाम क्यों रखा गया?.
एंटनी ने माना- हुआ भ्रष्टाचार
अगस्ता-वेस्टलैंड डील के समय के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने राज्यसभा में कहा कि हेलीकॉप्टर की ऊंचाई बदलने का फैसला एनडीए सरकार और पीएमओ ने लिया था. ये 2003 में लिया गया. मीडिया में पहली बार मामला आने पर हमने तुरंत कार्रवाई की. यह संदेह से परे साबित हो गया है कि इस सौदे में भ्रष्टाचार है. अब एनडीए सरकार को एक्शन लेना है.
आरोप तथ्यों पर आधारित
राज्यसभा में बोलते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मामले का बदले की भावना से कोई लेना-देना नहीं है. आरोप तथ्यों पर आधारित हैं. इसमें किसने नियमों में छूट दी? यूपीए ने अगस्ता के लिए नियम बदले. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर की उड़ान कम थी. वह 4500 फीट से ऊंचा नहीं उड़ सकता था. उड़ान किसने कम की?. 2006 में उड़ान की ऊंचाई कम की गई. एनडीए ने हेलीकॉप्टर खरीद की प्रक्रिया शुरू की थी. एनडीए के लोगों ने उड़ान कम नहीं की.
सरकार करेगी कार्रवाई
स्वामी ने कहा कि 2006 में जिसने इसकी ऊंचाई कम की, वही असली अपराधी हैं. अब इटली हाई कोर्ट के फैसले के बाद सरकार इसमें समुचित कार्रवाई करेगी. वीवीआईपी सुरक्षा से जुड़े चॉपर्स खरीद में एसपीजी से भी मशविरा नहीं किया गया. सीएजी की रिपोर्ट में यूपीए सरकार की इन सारी गड़बड़ों का विस्तार से जिक्र है.
6 गुना ज्यादा दाम पर हुई डील
स्वामी ने कहा कि अगस्ता में भ्रष्टाचार हुआ है. किसके कहने पर एंटनी ने सलाह नहीं मानी. क्या मनमोहन सिंह ने आदेश दिए थे?. डील 6 गुना ज्यादा दाम पर तय हुई. 793 करोड़ की डील एंटनी ने फाइनल की. बाद में डील 4877.5 करोड़ की हुई.
मिशेल के खत में सोनिया का काम
स्वामी ने राज्यसभा में क्रिश्चियन मिशेल का खत पढ़ा. खत में सोनिया गांधी का नाम लिया गया है. खत में सोनिया को ड्राइविंग फोर्स बताया गया है. खत में सोनिया का नाम लेने पर कांग्रेस के साथ उपसभापति ने भी सवाल उठाए. उपसभापति ने कॉपी की सत्यता साबित करने को कहा है. स्वामी ने कहा कि वे इसकी सत्यता साबित करने को तैयार हैं. क्रिश्चियन मिशेल अगस्ता मामले में बिचौलिए हैं.
'सोनिया पर सवाल उठाना गलत'
कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी ने शायरी बोलकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा-
शाखों से टूट जाएं, वो पत्ते नहीं हैं हम,
आंधियों से कह दो अपनी औकात में रहें
सिंघवी ने कहा 'वे उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, जो इसमें शामिल नहीं हैं.' उन्होंने कहा कि मैं नहीं कह रहा हूं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है, लेकिन जिन नामों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वो स्वीकार्य नहीं हैं. इटली के जिस न्यायाधीश ने इसमें फैसला लिखा था उसने कहा कि हमारे पास सोनिया गांधी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है.
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में की जानी चाहिए.