
असम के जोरहाट जिले के तिपोखाबी में पशुओं को मारने के लिए ग्रामीणों ने एक तेंदुए की हत्या कर दी. ये तेंदुआ कुछ दिन पहले पास के मारनगोली जंगल से तिपोखाबी गांव में आ गया था.
ग्रामीणों ने इसको लेकर वन विभाग में शिकायत भी की, लेकिन उनके द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया. बाद में उन्होंने उसे मारने का निश्चय किया. पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों के सामने तेंदुए को टुकड़ों में काट दिया.
मांस पकाया और खा गए
इतना ही नहीं बाद में उसके मांस को पकाया गया और लोगों ने उसे खाया भी. और इसके साथ ही जानवर के सारे निशान वहां से मिटा दिए गए.
दोषी को हो सकती है सात साल की जेल
वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अनुसार दोषी को सात साल की जेल की सजा दी जा सकती है. दिलचस्प बात यह है अब तक अधिकारियों ने किसी भी अभियुक्त के खिलाफ किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की है. कुल जनसंख्या के 70 फीसदी तेंदुए भारत में पाए जाते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनकी संख्या कम हो रही है.