
कुछ वर्षों पहले तक सिर्फ चुनाव लड़ रहे दलों के उम्मीदवारों के कार्यकर्ता ही मतदाता पर्चिया़ं घर-घर पहुंचाया करते थे. फिर आयोग ने तय किया कि चूंकि मतदान का आयोजक चुनाव आयोग है लिहाजा ये लाजमी है कि आयोग आधिकारिक रूप से मतदाताओं को मतदान के लिए आमंत्रित करे. लिहाजा हर मतदाता को चुनाव आयोग की ओर से मतदान का न्योता भेजा जा रहा है.
पांच राज्यों में विधान सभा चुनावों के लिए मिलने वाली मतदाता पर्ची अब पहले से बड़ी होगी और दोनों ओर छपी हुई होगी. मतदाता सूची में छपी फोटो के साथ इस मतदाता पर्ची को मतदान केंद्र पर मतदान अधिकारियों को फोटो पहचान पत्र की तरह दिखा कर मतदान किया जा सकेगा.
चुनाव आयोग ने चुनाव वाले पांचों राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों यानि सीईओ को चिट्ठी लिख कर हर मतदाता की मतदान पर्ची तैयार कराने और मतदान की तारीख से कुछ दिन पहले हर मतदाता के घर तक पहुंचाने का इंतजाम कराने की ताकीद की है.
आयोग ने निर्देश दिए हैं-
1. मतदाता के फोटो वाली पर्ची बेहतर क्वालिटी के A4 साइज के आधे कागज पर दोनों पृष्ठ पर छपी होनी चाहिए.
2. यानी पर्ची 6×8 इंच आकार की हो.
3. कागज ही नहीं छपाई की गुणवत्ता भी स्तरीय होनी चाहिए. स्याही वगैरह का खास ध्यान रखा जाए.
4. पर्ची के सामने की ओर मतदाता की फोटो और नाम सहित अन्य ज़रूरी जानकारी छपी रहती है. पीछे की ओर मतदान केंद्र का गूगल मैप होगा. साथ ही कुछ हिदायतें भी.
यानी ये दावतनामा फोटो आइडी भी बन जाएगा और हिदायतनामा भी.