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नोटबंदी के बीच 4 लोकसभा और 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न, त्रिपुरा में 90 फीसदी मतदान

असम, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, त्रिपुरा, पुड्डुचेरी सात राज्यों में आठ विधानसभा और 4 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के ‌ल‌िए मतदान संपन्न हो गया,

22 नवंबर को होगी वोटों की गिनती 22 नवंबर को होगी वोटों की गिनती
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 19 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:33 PM IST

असम, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, त्रिपुरा, पुड्डुचेरी सात राज्यों में आठ विधानसभा और 4 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के ‌ल‌िए मतदान संपन्न हो गया, अब मतों की गणना 22 नवंबर को होगी. जिन विधानसभा और लोकसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए हैं वहां सुरक्षा-व्यवस्था बेहद कड़ी थी. असम की लखीमपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में लोगों में खासा उत्साह नजर आया. पश्चिम बंगाल की कूच बिहार और तामलुक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए. इसके अलावा मध्य प्रदेश के शवहडोल लोकसभा सीट के लिए भी मत डाले गए.

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मध्य प्रदेश के शहडोल संसदीय क्षेत्र और नेपानगर विधानसभा के उपचुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गया. शहडोल में जहां 62.71 फीसदी, वहीं नेपानगर में 71 फीसदी मतदाताओं ने शाम पांच बजे तक मतदान किया. मतदान केंद्रों पर पांच बजे के बाद भी मतदाताओं की कतार लगी रही. सोनवर्षा में नोटबंदी से नाराज लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया. राज्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह मतदान की रफ्तार कुछ धीमी रही, मगर दिन चढ़ने के साथ मतदाताओं की कतारें लगने लगीं. दोपहर एक बजे तक शहडोल में 42 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं नेपानगर में 48 प्रतिशत तक मतदान हो चुका था.

दरअसल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के नोटबंदी के निर्णय के बाद हो रहे इस उपचुनाव को अहम माना जा रहा है और इसे नोटबंदी के बाद सत्तारूढ़ भाजपा के लिए लिटमस टेस्ट के रूप में देखा जा रहा है. निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रलय श्रीवास्तव के मुताबिक, शाम पांच बजे के बाद भी कई स्थानों पर मतदाताओं की कतारें थीं, तब तक शहडोल में 62.71 प्रतिशत और नेपानगर में 71 प्रतिशत से अधिक मतदाता वोट डाल चुके थे. निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि मतदान के दौरान कुल 14 ईवीएम मशीन में गड़बड़ी आने पर उन्हें बदला गया.

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शहडोल लोकसभा सीट से 17 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि नेपानगर विधानभा सीट से केवल चार उम्मीदवार ही अपना भाग्य अजमा रहे हैं. शहडोल सीट में 16,00,787 मतदाता तथा नेपानगर सीट में 2,30,420 मतदाता पंजीकृत हैं. कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री दलबीर सिंह और शहडोल लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद राजेश नंदिनी सिंह की बेटी हिमाद्री सिंह को उम्मीदवार बनाया है, तो भाजपा ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं आदिवासी नेता ग्यान सिंह को इस सीट पर मैदान में उतारा है. वहीं, नेपानगर सीट के लिए कांग्रेस ने क्षेत्र के आदिवासी नेता अंतर सिंह बद्रे को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने इस क्षेत्र से विधायक रहे दिवंगत राजेन्द्र श्यामलाल दादू की बेटी मंजू दादू को अपना प्रत्यशी बनाकर क्षेत्र के मतदाताओं की सहानभूति हासिल करने की कोशिश की है.

भाजपा सांसद दलपत सिंह परस्ते के निधन के कारण शहडोल लोकसभा क्षेत्र में उप चुनाव हो रहा है, जबकि नेपानगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव यहां से भाजपा विधायक राजेन्द्र श्यामलाल दादू की सड़क हादसे में मृत्यु होने के कारण हो रहा है. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में शहडोल से भाजपा सांसद परस्ते ने कांग्रेस की राजेश नंदिनी को 2.14 लाख मतों के अंतर से पराजित किया था, यहां से वर्तमान भाजपा प्रत्याशी ग्यान सिंह इस सीट से साल 1996 और साल 1998 में दो दफा विजयी हो चुके हैं.

 

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त्रिपुरा उपचुनाव में 90 फीसदी से ज्यादा मतदान
त्रिपुरा की दो विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को हुए उपचुनाव में कुल 78,400 मतदाताओं में से 90 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. त्रिपुरा के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी देबाशीष मोदक ने शाम चार बजे मतदान खत्म होने के तुरंत बाद कहा, 'दोनों विधानसभा क्षेत्रों में 90 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया। मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ और दोनों विधानसभा क्षेत्रों से एक भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.' त्रिपुरा की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बरजाला और खोवाई सीटों के लिए उपचुनाव हुआ.

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