
जम्मू और कश्मीर गए पश्चिम बंगाल के 131 मजदूर वापस अपने राज्य पहुंच रहे हैं. इस बात की जानकारी पश्चिग बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दी. उन्होंने कहा कि 131 मजदूर जो कश्मीर गए थे उन्हें प्रशासन की मदद से वापस लाया जा रहा है. वे मुर्शिदाबाद, दिनाजपुर और मालदा के हैं.
मजदूरों को वापस लाने का इंतजाम राज्य सरकार ने किया है. उनकी वापसी पर ममता बनर्जी नजर बनाई हुई हैं. दो अधिकारियों को कश्मीर भेजा गया है. 9 मजदूरों को श्रीनगर लाया गया है. बाकी 122 को शनिवार को बस से बारामूला से श्रीनगर लाया जाएगा.
सीएम ममता ने की जांच की मांग
इससे पहले कश्मीर में पश्चिम बंगाल के मजदूरों की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जांच की मांग की . ममता ने कहा, 'मैं स्थानीय और प्रवासी लोगों में कोई भेद नहीं करना चाहती हूं, क्योंकि सभी ह्यूमन हैं. सभी राज्य में दूसरे राज्य के लोग रहते हैं. बंगाल के मजदूरों पर हमला पूरे प्लानिंग के साथ किया गया है. वह वापस आने वाले थे, लेकिन तभी उनका अपहरण कर लिया गया और हत्या कर दी गई.'
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'कश्मीर का पूरा प्रशासन केंद्र सरकार के अधीन आता है. सभी सतर्कता के बावजूद ऐसे हादसे कैसे हुए. उस दिन यूरोपियन यूनियन के डेलिगेशन भी आए थे, हम अचंभित हैं. इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. यह भारत है, यहां कोई भी किसी भी प्रदेश में रह सकता है. हत्या के पीछे कोई प्लान था.'
बंगाल के 5 मजदूरों की हत्या
बता दें कि बीते दिनों कुलगाम में आतंकियों ने बंगाल के 5 मजदूरों की हत्या कर दी थी. वे सभी 5 मजदूर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले थे. वहीं, हमले में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल भी हो गया था.
पुलिस के मुताबिक, आतंकवादियों ने कुलगाम जिले के कुत्रुसा गांव में मजदूरों पर गोलीबारी की , इस फायरिंग में पांच मजदूरों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. मुर्शिदाबाद के सागरदिधी थाने के बोखारा बाहलनगर गांव के रहने वाले इन मजदूरों को आतंकियों ने पहले किडनैप कर लिया फिर इनकी हत्या कर दी. ये मजदूर कश्मीर के कुलगाम में राजमिस्त्री का काम करते थे. ये सभी मजदूर एक महीने पहले काम करने के लिए कश्मीर गए थे.
हत्याकांड की साजिश
गौरतलब है कि पांचों मजदूरों की हत्या की वारदात को पाकिस्तानी परस्त खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन ने मिलकर अंजाम दिया था. इन मजदूरों की हत्या के मास्टरमाइंड की पहचान एजाज मलिक के रूप में हुई. हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी एजाज मलिक ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी. हालांकि, कुलगाम में मजदूरों की हत्या से पहले सुरक्षा बलों ने एजाज मलिक को ढेर कर दिया था.