
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 15 दिनों बाद गंगा का पानी उतार पर है, गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 1 सेमी की रफ्तार से घट रहा है. गंगा का जलस्तर घटने के बावजूद लोगों की परेशानी में कोई कमी नहीं आई है. पीएमओ की तरफ से हर रोज रिपोर्ट ली जाती है, लेकिन आज मोदी सरकार में मंत्री चदौली से सांसद महेन्द्र पांडे ने बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत का वितरण किया. राहत का ये सामान प्रधानमंत्री की तरफ से भेजे गए हैं.
इन सामानों में आलू प्याज से लेकर ओआरएस पाउडर सहित जीवन की जरूरत का सभी सामान वितरित किया जा रहा है. इसके साथ ही दिन भर के कार्य की रोजाना प्रगति रिपोर्ट भी पीएम तक भेजी जाती है. केंद्रीय राज्य मंत्री महेंद्र पाण्डेय शनिवार को प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय में जनसमस्याओं की सुनवाई करने पहुंचे इस दौरान महेंद्र पाण्डेय ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि दुख की बात है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को बाढ़ पीड़ितों की रिपोर्ट नहीं भेजी. उन्होंने कहा कि बिहार की रिपोर्ट पहुंच गई लेकिन उत्तर प्रदेश की रिपोर्ट नहीं पहुंची.
गाजीपुर जिले में बाढ़ का कहर कुछ इस कदर है कि तकरीबन दर्जनों गांव के संपर्क मार्ग टूट चुके हैं. इतना ही नहीं, प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे नाव और अन्य साधन उन गांवों तक नहीं पहुंच पा रहा है. ऐसे में बाढ़ में फंसे और अन्य जगहों से संपर्क कटे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार ने सेना के हेलीकॉप्टर की मदद मांगी है, जिसने जिला प्रशासन की मदद से बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हवाई मार्ग से रसद गिराया.
बाढ़ की त्रासदी झेल रहे गाजीपुर के तटवर्ती और सुदुर क्षेत्र के गांवों में वायुसेना के हेलीकॉफ्टर की मदद से राहत सामग्री गिरायी जा रही है, ये गांव काफी अंदर और जिला मुख्यालय से काफी दूरी पर हैं. गंगा का पानी चारों तरफ पसरा पड़ा है और यहां के लोग बाहरी दुनिया से भी कटे हुए हैं ऐसे में जमांनियां क्षेत्र के रेवतीपुर ब्लॉक के गोपालपुर, तिलवा संग आधा दर्जन गांवों में हेलीकॉफ्टर से पैकेट गिराई गई. वहीं अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने गाजीपुर के राइफल क्लब से लगभग 6000 पैकेट भरवा कर कई ट्रकों को भी रवाना किया, जिसमें तमाम राहत सामग्री जैसे, आटा, चावल, दाल, आलू, प्याज़, माचिस और अन्य खाद्य सामग्री का पैकेट तैयार कराकर बाढ़ पीड़ितों के लिए भिजवा रहा है.
गाजीपुर जिलाधिकारी के मुताबिक बाढ़ का पानी कम हो रहा है, कुछ गांव ऐसे हैं जो काफी इन्टीरीयर में थे, उनतक पहुंचना मुश्किल था, इसलिए वहां हेलीकॉफ्टर की मदद से सामान गिराया गया है. हर गांव के लिए तीन सौ पैकेट गिराए हैं, डॉक्टर्स और मेडिकल की भी पूरी व्यवस्था की गई है. अभी 6000 पैकेट गाड़ियों से भी गया है और ये सिलसिला आवश्यकतानुसार जारी रहेगा. लगभग पचास हजार हेक्टेयर में पानी फैला है जिससे फसलों का नुकसान हुआ है, जो संपर्क मार्ग वगैरह खराब हो गए हैं सबका आंकलन किया जा रहा है जिसके नुकसान की भरपाई और मरम्मत भी जल्द की जाएगी. इस बाढ़ में बलिया में तबाह हो गया है. बालिया-छपरा रोड पर बना रिंग बांध टूट जाने से कई नए इलाकों में पानी भर गया है.