
गाजियाबाद में एक निर्माणाधीन 5 मंजिला इमारत गिरने के मामले में प्रशासन अब जागा है. जमींदोज इमारत के पास अवैध बिल्डिंग को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने सील कर दिया है. रविवार को पांच मंजिला इमारत गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए.
इस मामले में एक बड़ी लापरवाही का खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि जो बिल्डिंग गिरी है, उसके बारे में प्रशासन को करीब डेढ़ साल से पता था. प्रशासन को इस बिल्डिंग के बारे में पिछले साल फरवरी में ही बता दिया गया था. अवैध निर्माण होने के बावजूद प्रशासन यहां सोता रहा और सिर्फ नोटिस देने के अलावा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की.
इस साल भी प्रशासन की तरफ से 13 फरवरी और 18 मई को नोटिस जारी किए गए थे. इसके अलावा जब बिल्डिंग गिरी, उससे कुछ समय पहले ही वहां रहने वालीं 25 वर्षीय गीता ने बिल्डिंग में दरारें देखीं.
बता दें कि इस हादसे के बाद मामले की जांच कर रहे मेरठ मंडलायुक्त अनीता मेश्राम ने गाजियाबाद प्राधिकरण के 4 जेई स्तर के अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. चारों के खिलाफ एफआईआर के आदेश भी दिए गए हैं.
वहीं एनडीआरएफ ने अपना रेस्कयू ऑपरेशन पूरा कर लिया है जो कि 28 घंटे तक चला. बचाव अभियान में एनडीआरएफ की छह टीमें तैनात की गई थीं.