
अंबेडकर यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के दौरान हंगामा करने वाले छात्रों को रिहाई मंच नाम के संगठन ने सम्मानित किया है. यह हंगामा हैदराबाद यूनिवर्सिटी में रोहित वेमुला की खुदकुशी के विरोध में हुआ था. इस दौरान हंगामा करने वाले छात्रों ने 'मोदी गो बैक' के नारे भी लगाए थे.
मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों की डिग्री रोक दी है और लीगल एक्शन लेने की तैयारी में है. बता दें कि शुक्रवार को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री जैसे ही भाषण देने के लिए पहुंचे, कुछ छात्रों ने 'मोदी गो बैक' के नारे लगाने शुरू कर दिए. वहां मौजूद सुरक्षाबलों ने तत्काल छात्रों को कार्यक्रम स्थल से बाहर किया और हिरासत में लेकर पूछताछ की.
छात्रों को नहीं है किए पर अफसोस
प्रधानमंत्री के सामने प्रदर्शन करने वाले छात्रों से इस जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमें अपने किए का कोई अफसोस नहीं है, बल्कि खुद पर गर्व है. हमने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए जिम्मेदार नागरिकों की तरह अपना कर्तव्य निभाया है.'
प्रदर्शन करने वाले छात्र रामकरन निर्मल और अमरेंद्र आर्या ने बताया कि कॉलेज प्रशासन और वीसी की तरफ से उनकी डिग्री रोक दी गई है और कहा है कि उनके विरूद्ध लीगल एक्शन लिया जाएगा. रामकरन ने कहा, 'आज सभी शिक्षा संस्थानों का भगवाकरण हो रहा है जो नहीं होना चाहिए.'
क्या कहना है रिहाई मंच के नेता का
दूसरी ओर, रिहाई मंच के प्रवक्ता शाहनवाज आलम ने कहा कि 'मोदी गो बैक' का नारा देकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि तर्कशील समाज इस फासिस्ट निजाम को बर्दास्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा, 'रोहित की मौत की वजह जो भी रही हो, लेकिन मोदी ने यह कहकर अपनी दलित विरोधी सरकार की संलिप्तता को उजागर कर दिया है कि चाहे कितने भी रोहित मर जाएं मोदी और उनकी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.' उन्होने कहा कि रिहाई मंच साहस रखने वाले लोगों का सम्मान करता है.