
समाजवादी पार्टी में रामगोपाल यादव की वापसी पर अमर सिंह का कहना है कि मुलायम सिंह के इस फैसले पर उनको टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. मुलायम सिंह यादव की तारीफ करते हुए अमर ने कहा कि वो सर्वोपरि हैं और उनका फैसला सबको मान्य है. उन्होंने मुलायम की तुलना महादेव से की.
अमर सिंह ने अपने बयान में कहा, 'मैंने पहले भी कहा था कि अखिलेश के बाप का नाम मुलायम सिंह और समाजवादी पार्टी के बाप नाम भी मुलायम सिंह है. मुलायम सिंह बापों के बाप हैं, वो जो चाहे वो कर लें. मुलायम सिंह का ये अधिकार है.'
अमर सिंह ने जब पूछा गया कि रामगोपाल की पार्टी में वापसी के बाद अब राज्यसभा में आपकी भूमिका किस तरह से होगी, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'मैं हाउस में रामगोपाल के अंदर में वैसे ही काम करूंगा जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे के अंदर में सोनिया गांधी काम करती हैं'.
उन्होंने कहा कि अगर हम मुलायम सिंह को बड़ा मानते हैं तो उनके हर बड़े और छोटे निर्णय मानने के लिए बाध्य हैं. नेता का यही अधिकार होता है. साथ अमर सिंह ने कहा कि दंड इतना होना चाहिए की वो वापस हो सके.
मुलायम परिवार में कलह की बात को इनकार करते हुए अमर सिंह ने कहा कि अब सबकुछ ठीक है. ये लोग एक थाली में खाते हैं, और जब विरोधियों पर हमले की बारी आती है तो सभी एकजुट हो जाते हैं. इसलिए परिवार में मनमुटाव की बात अब गलत है.
गौरतलब है कि रामगोपाल को 23 अक्टूबर को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला गया था, लेकिन अब पार्टी ने उनका निष्कासन रद्द कर दिया है. सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने चिट्ठी लिखकर रामगोपाल का पार्टी से निष्कासन को रद्द कर दिया है और उनसे लिए गए सभी पद वापस लौटा दिए गए हैं. इसके साथ ही रामगोपाल यादव राज्यसभा में सपा संसदीय दल के नेता बने रहेंगे.