
एकतरफा प्यार का एक आनोखा मामला सामने आया है, जहां एक आशिक ने एक शादीशुदा युवती के 2 साल के इकलौते बेटे का अपहरण कर लिया. अपहरण कर वह उस बच्चे को यूपी ले गया और वहां से कई लोकेशन चेंज करने के बाद उसे राजस्थान ले गया. जहां से पुलिस ने कड़ी मेहनत और मुस्तैदी से बच्चे को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचा लिया.
फोन करके महिला को दी धमकी
ये मामला द्वारका डिस्ट्रिक्ट के बाबा हरिदास नगर थाना के इलाके का है. पुलिस ने बताया कि बच्चे का अपहरण कर आरोपी ने राजस्थान से फोन करके महिला को फोन कर धमकाया और उससे फिरौती भी मांगी. यही नहीं आरोपी आशिक ने साथ में दोस्ती करने के लिए दबाव भी बनाया. साथ ही महिला को राजस्थान आने के लिए कहा और नहीं आने पर बच्चे को जान से मारने की धमकी भी दी.
वहीं महिला ने समझदारी दिखाते हुए चुपचाप पुलिस को जानकारी दे दी. इस मामले की जानकारी मिलते ही डीसीपी एन्टो अल्फोंस ने तुरंत एसीपी नजफगढ़ विजय सिंह यादव को इस मामले की खबर दी. एसीपी नजफगढ़ विजय सिंह यादव ने एसएचओ छोटू राम मीणा, सब इंस्पेक्टर सुभाष यादव, सहायक सब इंस्पेक्टर कृष्ण आदि की टीम बनाई और इस टीम ने तुरंत मामले की छानबीन शुरू की.
जांच के दौरान टेक्निकल सर्विलांस में पहले पुलिस को पता चला कि आरोपी आशिक शिवपूजन का लोकेशन उत्तर प्रदेश में आ रहा है. पुलिस टीम वहां पहुंची तो उसने अपनी लोकेशन चेंज कर ली और यूपी में कई लोकेशन चेंज करने के बाद वह राजस्थान भाग गया. तुरंत दूसरी टीम राजस्थान पहुंची और फिर कड़ी मेहनत के बाद पुलिस टीम अपहरणकर्ता तक पहुंच गई.
आरोपी ने की थी बच्चे को मारने की कोशिश
बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया. हालांकि इस दौरान अपहरणकर्ता ने बच्चे को जान से मारने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम ने इसका मौका नहीं दिया और बच्चे को बरामद करने के साथ-साथ उसको भी दबोच लिया.
डीसीपी ने बताया कि बाबा हरिदास नगर थाने की पुलिस टीम 2 साल के बच्चे को सकुशल बरामद करके दिल्ली ले आई है. आरोपी शिव पूजन को भी गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी शिवपूजन राजस्थान का रहने वाला है और यह आजकल द्वारका के बाबा हरिदास नगर इलाके में रह रहा था.
पुलिस को उसने बताया कि पीड़ित महिला अपने 2 साल के इकलौते बेटे के साथ अकेली रह रही थी. एक दिन आरोपी की नजर उस महिला पर पड़ गई और वह मन ही मन उसे चाहने लगा और एकतरफा प्यार करने लगा. महिला ने उससे दोस्ती करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद बदला लेने और अपनी बात मनवाने के लिए उसने इकलौते बेटे का अपहरण कर लिया.