
यूपी में विधानसभा चुनाव की आहट और सपा में अंदरखाने मचे घमासान के बीच एक बार पार्टी में कौमी एकता दल के विलय की चर्चा शुरू हो गई है. सपा नेता और अखिलेश यादव की सरकार में परिवार कल्याण राज्य मंत्री रविदास महरोत्रा ने कहा कि अगर मुलायम सिंह यादव चाहें तो कौमी एकता दल का सपा में फिर से विलय हो सकता है.
उन्होंने मंगलवार को कहा, 'कौमी एकता दल से नाता तोड़ने का फैसला पार्टी की संसदीय बोर्ड ने किया था, लेकिन अगर बोर्ड चाहे तो यह फैसला फिर से पलटा जा सकता है. 'आज तक' से खास बातचीत में रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र है और यहां बहुमत के आधार पर ही फैसला होता है. उन्होंने कहा, 'राजनीति में संभावनाओं के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं और किसी भी फैसले पर पुनर्विचार हो सकता है.'
...इसलिए झिझक रहे हैं अखिलेश
गौरतलब है कि कौमी एकता दल से जिस तरह समाजवादी पार्टी ने पहले नाता जोड़ा और फिर तोड़ा, उससे सरकार के वरिष्ठ मंत्री शिवपाल यादव खासे नाराज चल रहे हैं. पिछले 2 दिनों में लगातार उन्होंने अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर पर जाहिर की और इस्तीफे तक की बात कर दी. लेकिन मुश्किल ये है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कौमी एकता दल से हाथ मिलाने में झिझक रहे हैं. उन्हें लगता है कि मुख्तार अंसारी जैसे लोगों के साथ गठबंधन से उनकी इमेज खराब होगी.
शिवपाल की नाराजगी दूर करेंगे मुलायम
हालांकि, अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि मुलायम सिंह यादव शिवपाल यादव की नाराजगी दूर करने के लिए और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटों को हासिल करने के लिहाज से एक बार फिर कौमी एकता दल के साथ विलय को हरी झंडी दिखा सकते हैं. इस ओर इशारा करते हुए रविदास ने कहा कि राजनीति में फैसले बदलते रहते हैं और मुलायम सिंह यादव ने बहुत संघर्ष करके पार्टी खड़ी की है, इसलिए उन्हें हक है कि वह अपना फैसला बदल सकें.
जल्द होगी संसदीय बोर्ड की बैठक
रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि कौमी एकता दल को लेकर पार्टी के भीतर लोगों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन यह कहना गलत है कि इसको लेकर पार्टी के भीतर घमासान है. मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को लेकर लगातार बयान देते रहते हैं. लेकिन परिवार कल्याण राज्यमंत्री ने भी खुलेआम यह कहा कि सपा सरकार के नीचे काम करने वाले आधे अधिकारी भ्रष्ट और बेइमान हैं.
सूत्रों के मुताबिक, कौमी एकता दल पर फैसला लेने के लिए जल्द ही समाजवादी पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई जा सकती है.
विलय का निर्णय करेंगे नेताजी: शिवपाल
दूसरी ओर, एटा पहुंचे कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने कहा, 'अखिलेश सरकार ने सबसे ज्यादा विकास किया है. अखिलेश काफी अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग प्लॉट्स पर कब्जा कर रहे हैं. मेरे कहने पर भी अधिकारी नहीं सुन रहे हैं, इसलिए इस्तीफे की बात कही थी.
शिवपाल यादव ने कहा कि कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय का निर्णय करने का अधिकार नेताजी का है. कौमी एकता दल के विलय का निर्णय नेताजी करेंगे.