Advertisement

राज्यसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट, BSP के समर्थन में SP-RLD-कांग्रेस

यूपी विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है, जिनमें 402 विधायक 10 राज्यसभा सीटों के लिए वोट करेंगे. राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 37 विधायकों का समर्थन चाहिए.

राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अजीत सिंह और मायावती राहुल गांधी, अखिलेश यादव, अजीत सिंह और मायावती
कुबूल अहमद/शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 12 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 12:49 PM IST

देश के 16 राज्यों की 58 राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है. इसमें उत्तर प्रदेश की 10 सीटें भी शामिल हैं. राज्यसभा चुनाव के बहाने प्रदेश में विपक्ष एकजुट हो गया है. बसपा अकेले अपने 19 विधायकों के दम पर राज्यसभा चुनाव नहीं जीत सकती. ऐसे में सपा, कांग्रेस और रालोद ने उसे समर्थन का ऐलान कर दिया है. इसके बाद बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के राज्यसभा पहुंचने की राह साफ हो गई है.

Advertisement

8 बीजेपी, एक सपा और एक बसपा

यूपी विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है, जिनमें 402 विधायक 10 राज्यसभा सीटों के लिए वोट करेंगे. राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 37 विधायकों का समर्थन चाहिए. इस आंकड़े के मुताबिक बीजेपी गठबंधन के खाते में 8 और 47 विधायकों वाली सपा के खाते में एक सीट तय है.

10वीं और आखिरी सीट के लिए सपा के 10 अतिरिक्त वोट, बीएसपी के 19, कांग्रेस के 7 और 3 अन्य के साथ मिलकर एक उम्मीदवार को जिता सकते हैं. बीजेपी ने अभी तक 8 उम्मीदवारों का ऐलान किया है, जिनकी जीत पक्की है. जबकि विपक्ष की ओर से सपा ने जया बच्चन को उम्मीदवार बनाया है, उनकी भी जीत तय है.

बसपा की दिक्कत दूर

दिक्कत सिर्फ बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर के साथ थी. सपा, कांग्रेस और आरएलडी के समर्थन के बाद अब उनकी भी जीत तय मानी जा रही है. आज शाम तक अगर कोई अन्य उम्मीदवार नहीं उतरता तो सभी 10 सीटों पर प्रत्याशी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे.

Advertisement

राज्यसभा चुनाव के बहाने उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा की 23 साल पुरानी दुश्मनी दोस्ती में बदल गई है. इसी के चलते बसपा ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव में सपा उम्मीदवार का समर्थन किया था. अब राज्यसभा चुनाव के बहाने विपक्ष के सभी दल एकजुट हो गए हैं.

हालांकि बीएसपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन की बात नहीं कही है. लेकिन उपचुनाव और राज्यसभा का चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष का एक साथ आना, कहीं न कहीं 2019 के लिए लिटमस टेस्ट भी माना जा रहा है.

राज्यसभा का गणित

राज्यसभा चुनाव के लिए एक तय फॉर्मूला है, खाली सीटों में एक जोड़ से विधानसभा की कुल सदस्य संख्या से भाग देना. निष्कर्ष में भी एक जोड़ने पर जो संख्या आती है. उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के जरूरी होता है. अगर यूपी का उदाहरण लिया जाए तो 10 सीटों में 1 जोड़ा जाए तो योग हुआ 11. अब 403 को 11 से भाग देते हैं तो आता है 36.63. इसमें 1 जोड़ा जाए तो योग होता है 37.63. यानी यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को 38 विधायकों का समर्थन चाहिए. हालांकि चूंकि एक विधायक का निधन हो चुका है इसलिए यहां 37 विधायकों के समर्थन से ही राज्यसभा उम्मीदवार की जीत तय हो जाएगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement