
यूपी चुनाव के औपचारिक ऐलान में भले ही कुछ वक्त बचा हो, लेकिन मायावती ने अपनी तरफ से यूपी चुनाव का बिगुल बजा दिया है. मायावती रविवार को पूर्वांचल के अपने गढ़ आजमगढ़ में दूसरी रैली करने जा रही हैं. जिसमें वो एक साथ बीजेपी और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधेंगी. मायावती की नजर इस इलाके में जाटव और मुसलमान वोटों पर है, जो पूर्वांचल में यहां सबसे ज्यादा है.
आजमगढ़ से सांसद हैं मुलायम सिंह
आजमगढ़ से सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव सांसद हैं और फिलहाल यहां की 10 विधानसभा सीटों में से 9 अकेले समाजवादी पार्टी के पास है. आजमगढ़ जितना समाजवादी पार्टी का गढ़ है उतना ही बीएसपी का भी माना जाता है. दोनों की सीटों में भले ही जमीन आसमान का अंतर हो, लेकिन यहां मतों के प्रतिशत महज 3 फीसदी का अंतर है और 2007 में यहां बीएसपी ने 10 में से 7 सीटें जीतीं थी.
पांच लाख लोगों के जुटने का दावा
मायावती की इस रैली में करीब पांच लाख लोगों को जुटाने का दावा कर रही हैं. इस रैली में गोरखपुर-बस्ती और आजमगढ़ के तीन मंडलों के साथ को बुलाया गया है. जिसमें कुल 65 विधनसभा है और सभी विधानसभा से पांच हजार लोगों को लाने की योजना है. ऐसे में पार्टी मान रही है कि यहां कम से कम तीन लाख से ज्यादा लोग तो जुटेंगे ही.
मुस्लिम और पिछड़ी जातियों के वोटों पर है नजर
इस इलाके में 9 लाख जाटव वोट होने के बावजूद पार्टी को सिर्फ लालगंज की सीट मिली है जबकि यहां की दो सुरक्षित सीटें समाजवादी पार्टी के पास है ऐसे मे बीएसपी के अपने वोटों को साधने के साथ-साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट और पिछड़ी जातियों के वोटों पर नजर होगी. मायावती की ये दूसरी सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय रैली है. इससे पहले बहनजी 21 अगस्त को आगरा में पहली रैली कर चुकी है जो भीड़ के लिहाज से काफी सफल रही थी. अब तमाम नजरें दूसरी रैली पर टिकी हुई हैं.