
नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान को लेकर हुए विवाद के बाद अब बीजेपी एक्शन में आ गई है. बीजेपी ने यूपी में अपने प्रवक्ताओं पर लगाम कसी है. बीजेपी ने अपने प्रवक्ताओं से कानपुर हिंसा और नूपुर शर्मा के मामले पर बयान न देने के लिए कहा है. बीजेपी ने अपने प्रवक्ताओं से कहा है कि वे संवेदनशील मामले पर बोलते समय ध्यान रखें कि किसी धर्म का अपमान न हो.
दरअसल, पिछले दिनों नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर पर बयान दिया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ. यहां तक कि अरब देशों ने भी इस बयान की निंदा की है. इसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया. बीजेपी ने कहा था कि इस तरह की टिप्पणी भाजपा के मूल विचार के विरोध में है. हालांकि, बाद में नूपुर शर्मा ने अपने बयान के लिए माफी मांगी और इसे वापस ले लिया.
बीजेपी ने दिया निर्देश
उधर, बीजेपी नूपुर शर्मा के बयान पर विवाद के बाद बीजेपी सवालों के घेरे में थी. ऐसे में अब बीजेपी ने प्रवक्ताओं पर लगाम कसने की तैयारी कर दी है. बीजेपी ने आंतरिक निर्देश जारी कर अपने प्रवक्ताओं को नूपुर शर्मा, नवीन जिंदल और कानपुर हिंसा मामले पर बोलने से रोक लगा दी है.
इसके अलावा बीजेपी के प्रवक्ताओं से कहा गया है कि वे संवेदनशील धार्मिक मुद्दों पर बोलते समय यह ध्यान रखें कि किसी धर्म का अपमान न हो. बीजेपी ने अपने नेताओं से किसी भी धार्मिक मुद्दे पर बात रखने से पहले परमिशन लेने के लिए कहा है. इसके अलावा पार्टी ही किसी मुद्दे पर डिबेट या मीडिया में बयान देने के लिए लाइन तय करेगी.