
मोहम्मद रफी का नाम तो आपने सुना ही होगा. वो गीत गाते थे, क्योंकि वो गायक थे. एक मोहम्मद रफी यूपी के बिजनौर में भी हैं. ये गीत नहीं गाते, लेकिन चुनावी बयानबाजी करते हैं, क्योंकि ये नेता हैं.
रफी साहब बिजनौर की नगरपालिका नूरपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं. मोहल्ले वाले प्यार से उन्हें कल्लू भी पुकारते हैं. गायक मोहम्मद रफी को पूरे देश ने सुना और अब भी सुन रहा है. जबकि मोहम्मद रफी उर्फ कल्लू का कार्यक्षेत्र वार्ड नंबर 13 तक ही सीमित है, लेकिन अपने मोहल्ले में इनका असर है. चुनाव में इन्होंने अपने काम को अंजाम तक पहुंचा दिया है.
प्रचार के दौरान वार्ड की अवाम ने उन्हें सुना और कल्लू मियां के हर अल्फाज पर यकीन कर लिया. जिसका नतीजा शुक्रवार को सामने आया. जब वोटों की काउंटिंग हुई तो रफी साहब के यहां खुशियों की लहर दौड़ पड़ी. उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार को 270 मतों से हरा दिया.
गाजियाबाद में मुन्नी चौधरी की हार
गाजियाबाद की मेयर सीट पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली. बहुजन समाज पार्टी की उम्मीदवार मुन्नी चौधरी ने हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवार को जमकर टक्कर दी, लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. यहां से बीजेपी की विजयी प्रत्याशी आशा शर्मा को 2,80,058 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर कांग्रेस की डॉली को 1,18, 826 मत मिले. वहीं तीसरे नंबर पर मुन्नी चौधरी रहीं, जिन्हें 76, 964 वोट मिले. हालांकि, 2 राउंड काउंटिंग के बाद मुन्नी चौधरी दूसरे नंबर पर थीं.