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CM योगी का ऐलान- यूपी के हर जिले के लिए 2 चलती-फिरती ICU एंबुलेंस

'समाजवादी 'एंबुलेंस सेवा अब यूपी सरकार के नाम से क्रिटिकल मरीजों के लिए नई एंबुलेंस सेवा के रूप में उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेगी. गुरुवार को मुख्यमंत्री ने 5 कालिदास मार्ग पर एएलएस यानी 'एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा' को हरी झंडी दिखाई.

समाजवादी एंबुलेस का बदल जाएगा स्वरूप समाजवादी एंबुलेस का बदल जाएगा स्वरूप
मौसमी सिंह/अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 13 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 6:10 PM IST

'समाजवादी 'एंबुलेंस सेवा अब यूपी सरकार के नाम से क्रिटिकल मरीजों के लिए नई एंबुलेंस सेवा के रूप में उत्तर प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेगी. गुरुवार को मुख्यमंत्री ने 5 कालिदास मार्ग पर एएलएस यानी 'एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस सेवा' को शाम करीब 4 बजे हरी झंडी दिखाई.

इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को दो-दो एंबुलेंस उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी. उन्होंने बताया कि इस एंबुलेंस में ICU जैसी सुविधाएं होंगी ताकि दूर-दराज के मरीजों को सही तरीके अस्पताल तक पहुंचाया जा सके. इसके साथ ही सीएम योगी ने बताया कि इस काम के लिए रकम केंद्र सरकार देगी, इसे सुचारू रूप से लागू करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी होगी. उन्होंने कहा कि ये योजना चाहती तो पिछली सरकार ही लागू कर सकती थी, लेकिन इच्छाशक्ति में कमी की वजह से संभव नहीं हो सका.  

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पहले चरण में 150 एंबुलेंस को प्रदेश के 75 जिलों में दौड़ाया जाएगा. खास बात यह है कि यह एंबुलेंस आधुनिक उपकरणों से लैस होगी और क्रिटिकल केयर के लिए अपने आप में एक चलता-फिरता आइसीयू होगी.

योगी ने कहा, प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है, इसे देखते हुए केंद्र से ये सुविधा मिली. हालांकि इसके बावजूद राज्य ने इसका लाभ नहीं उठाया. उन्होंने पिछली अखिलेश यादव सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इन योजनाओं के लिए पैसा इसलिए नहीं लिया, कि कहीं मोदी जी को क्रेडिट न मिल जाए.

यूपी में मुख्यमंत्री संभालने के बाद से ही ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हमारी बैठकों में कई चीज़े निकल कर आईं, जो हम अमल में लाए. लोगों ने सोचा कि हम तेजी से काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार को ऐसी ही तेज़ी से काम करना चाहिए.' उन्होंने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा, लोगों ने सोचा कि किसानों का कर्ज माफ किया तो इसका बोझ जनता पर ही आएगा, लेकिन ऐसा नहीं होगा. हम सरकार की फ़िज़ूल खर्च बंद और जहां कहीं भी चोरी हो रही होगी उसे बंद करेंगे तो खर्च का अपने आप बंदोबस्त हो जाएगा.

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अपनी इस नई एम्बुलेंस सेवा के बारे में बताते हुए सीएम योगी ने कहा, इस सेवा के अंतर्गत कुल 250 एम्बुलेंस उपलब्ध कराएंगे. इस सभी एम्बुलेंस में किसी भी तरह की खराबी हुई तो उसकी भी जवाबदेही तय होगी. उन्होंने बताया कि यह एम्बुलेंस केंद्र की NRHM योजना के तहत चलाई जाएगी.

गौरतलब है कि अखिलेश सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट रही समाजवादी एंबुलेंस 102 और 108 योजना से चुनाव आयोग ने ही चुनाव के दौरान 'समाजवादी' शब्द हटवा दिया था. समाजवादी पार्टी की सरकार में 108 और 102 एंबुलेंस चलाई गई थी, ताकि आम आदमी को समय पर चिकित्सा सेवा मिल सके और कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में दम न तोड़े. आइए आपको अब योगी सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली नई की विशेषता बताते हैं:

क्या है एएलएस सेवा?

हर जिले को दो-दो एंबुलेंस दी जाएंगी

यह निशुल्क सेवा केवल क्रिटिकल पेशेंट्स को मिलेगी

हर मुख्यालय में उपलब्ध होगी या एंबुलेंस एक हस्पताल से दूसरे अस्पताल ले जाने का काम करेगी

इसके उपयोग के लिए सीएमओ डायरेक्टर या डॉक्टर से लेनी होगी परमिशन

इससे क्रिटिकल केयर के पेशेंट हार्ट की प्रॉब्लम वाले गंभीर मरीज डिलीवरी के सीरियस पेशंट, नवजात शिशु, या फिर किसी भी अति गंभीर मरीज को को लाभ मिलेगा

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एएलएस एम्बुलेंस में इमरजेंसी सेवा एम्बुलेंस के अंदर एक वेंटिलेटर लगाया गया है

वैन के अंदर एक आटोमेटेड एक्सटर्नल डिफेबरीलेटर डिवाइस लगाई गई है

इसमें एक मल्टी पैरा मॉनिटर डिवाइस लगाई गई है

इमरजेंसी में पेशेंट्स को दी जाने वाली सभी जरूरी मेडिसिन्स अवेलेबल रहेंगी

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