
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने केदारनाथ दौरे का समय बदल दिया है. अब वो 5 मई से 9 मई तक केदारनाथ का दौरा करेंगे. हल्द्वानी में मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया है.
हरीश रावत ने कहा कि वे नहीं चाहते कि उनकी वजह से पीएम और उनके विधायकों के कार्यक्रम में कोई बाधा उत्पन्न हो. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी शासित 19 राज्यों के मुख्यमंत्री केदारनाथ दौरे पर पहुंचने वाले हैं.
हरीश रावत ने कहा कि वो केदारनाथ के प्रति आस्था के साथ- साथ यह भी देखना चाहते हैं कि पिछले 1 साल में राज्य सरकार द्वारा वहां कितना निर्माण कार्य हुआ है, जिसको देखते हुए पीएम से लेकर सारे विधायक केदारनाथ आने के लिए इतने उत्सुक हैं. इससे पहले हरीश रावत ने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था, उन्होंने कहा था कि केदारनाथ एक धार्मिक पर्यटन स्थल है. इसे बीजेपी के लोग पिकनिक स्पॉट बनाने में लगे हुए हैं.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार की आबकारी नीति के द्वारा कराए जा रहे टेंडरिंग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री शराब सिंडिकेट के सेल्समैन की तरह काम कर रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि बाहरी सिंडिकेट को स्टैंडिंग के माध्यम से प्रदेश की शराब की दुकानों को आवंटित करने का सरकार का यह सुनियोजित प्लान है, जिसके तहत ई-टेंडरिंग में बड़े-बड़े रसूखदारों को मौका मिलेगा जबकि छोटे लोग इसमें हिस्सा नहीं ले पाएंगे.