
अंडा प्रोटीन का बहुत अच्छा सोर्स है और इसी के साथ इसमें में पर्याप्त मात्रा में दूसरे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. अंडे में सेलेनियम, जिंक, विटामिन A, D और कुछ मात्रा में B कॉम्प्लेक्स भी शामिल जिसकी वजह से अंडे को सुपरफूड कहा जाता है.
अगर आप प्रेग्नेंट हैं और अपने बच्चे स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहती हैं तो अब आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है क्योंकि हाल में हुए एक शोध के मुताबिक अंडा हमारे शरीर की जरूरतों को पूरा करने का सबसे अच्छा फूड है और अगर इसे प्रेग्नेंट वुमन अपनी डाइट में शामिल करें तो बच्चा सुंदर और स्मार्ट होता है.
यूरोपियन फूड सेफ्टी अथोरिटी का मानना है कि कोलीन एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे शरीर को हेल्दी रखने में मदद करता है और अगर गर्भवती महिलाएं इसे अपनी डाइट में लें तो बच्चे का दिमाग, स्पाइनल कॉड और सीखने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है. प्रेग्नेंसी के दौरान दूसरे महीने से अगर कोलीन का सेवन शुरू कर दिया जाए तो बच्चे की याद्दाशत और सीखने की क्षमता बढ़ती है.
आइए जानें, प्रेग्नेंसी में अंडा खाने से और क्या-क्या फायदे हो सकते हैं...
1. प्रोटीन का खजाना
अंडे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो गर्भावस्था के दौरान लिया जाना बहुत आवश्यक है. गर्भ में पल रहे बच्चे की हर कोशिका प्रोटीन से बनती है. ऐसे में गर्भवती महिला अगर अंडे खाती है तो भ्रूण का विकास बेहतर तरीके से होता है.
2. दिमागी विकास के लिए
अंडे में 12 विटामिनों का पैकेज होता है और साथ ही कई तरह के लवण भी होते हैं. इसमें मौजूद choline और ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चे के संपूर्ण विकास को बढ़ावा देते हैं. इसके सेवन से बच्चे को मानसिक बीमारियां होने का खतरा कम हो जाता है और उसका दिमागी विकास भी होता है.
3. कोलेस्ट्रॉल का सोर्स
अगर गर्भवती महिला का ब्लड कोलेस्ट्रॉल स्तर सामान्य है तो वह दिन में एक या दो अंडा खा सकती है. अंडे में कुछ मात्रा में सैचुरेटेड फैट भी होता है. अगर महिला का कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक है तो उसे जर्दी वाला (पीला हिस्सा) भाग नहीं खाना चाहिए.
4. कैलोरी का माध्यम
एक गर्भवती महिला को एक दिन में दो सौ से 300 तक एडिशनल कैलोरी लेनी चाहिए. इससे उसे और बच्चे, दोनों को पोषण मिलता है. अंडे में करीब 70 कैलोरी होती है जो मां और बच्चे दोनों को एनर्जी देती है.