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तेज होगा बच्चा अगर गर्भावस्था के दौरान इन बातों पर गौर करेगी मां

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हाल ही में उन कारकों का पता लगाने का दावा किया है जिसके जरिए गर्भ में ही बच्चे का आईक्यू लेवल विकसित किया जा सकता है.

गर्भावस्था में मानसिक विकास गर्भावस्था में मानसिक विकास
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 7:38 PM IST

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने हाल ही में उन कारकों का पता लगाने का दावा किया है जिसके जरिए गर्भ में ही बच्चे का आईक्यू लेवल विकसित किया जा सकता है. ऐसे में अगर मां चाहे तो वह गर्भ में ही बच्चे के आईक्यू को बूस्ट करने में अहम भूमिका निभा सकती है. बस उसको इन बातों का नियमित तौर पर ख्याल रखना होगा:

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1. आवाज का अहसास
अच्छी किताबें पढ़ना और सुकून भरे गीत व कविताएं मां की आवाज में सुनना बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इससे उसका मस्तिष्क तेजी से बढ़ता है. 23वें हफ्ते के बाद गर्भ में पल रहा बच्चा कुछ आवाजों पर रिस्पांस भी देना शुरू कर देता है और मां की आवाज तो उसके लिए खास होती ही है.

2. सही खानपान
गर्भावस्था के दौरान सही खानपान न केवल मां के लिए फायदेमंद होता है बल्कि इससे बच्चे के विकास पर भी सकारात्मक असर पड़ता है. ओमेगा 3 से युक्त खानपान बच्चे के मानसिक विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है. प्रेग्नेंसी में ऐसी डाइट जरूर लें.

3. बाहरी चीजों का असर
मां की छुअन भी बच्चे के मानसिक विकास को प्रभावित करती है. साथ ही कोशिश की जानी चाहिए कि गर्भ पर कभी भी सीधी रोशनी न पड़े. यह बच्चे के लिए खतरनाक हो सकती है. साथ ही मां के सोने का तरीका, उठने-बैठने और चलने का तरीका भी बच्चे के मानसिक विकास के लिए जिम्मेदार होता है.

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4. तनाव से रहें दूर
गर्भावस्था के दौरान अगर मां तनाव लेती हैं तो इसका नकारात्मक परिणाम बच्चे को भी भुगतना पड़ सकता है. इसलिए मां को कोशिश करनी चाहिए कि वह हर तरह के मानसिक तनाव और चिंता से दूर रहे.

5. बुरी आदतों को छोड़ दें
अगर गर्भवती महिला धूम्रपान करती है तो इसका असर बच्चे के मानसिक विकास पर भी हो सकता है. गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान और किसी भी तरह का नशा करना बच्चे की सेहत के साथ खिलवाड़ हो सकता है. इसलिए इससे बचें.

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