Advertisement

पहचानें, बच्चों के सीखने की सही उम्र

अधिकतर बच्चे पांच साल की आयु और प्लेस्कूल जाने से पहले औपचारिक तौर पर कोई शिक्षा ग्रहण नहीं करते हैं लेकिन एक अध्ययन में ये बात सामने आयी है कि तीन साल की उम्र में आप बच्चों की पढ़ने और सीखने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं.

बच्चों के सीखने की सही उम्र बच्चों के सीखने की सही उम्र
भूमिका राय/IANS
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST

स्कूल जाने से पहले ही बच्चे लगभग तीन वर्ष की आयु तक अक्षरों और कागज पर खींची गई टेढ़ी-मेढ़ी लकीरों का अंतर समझने लगते हैं. यह काबिलियत इस बात का संकेत है कि अब आपका बच्चा पढ़ाई-लिखाई के लिए तैयार है.

अधिकतर बच्चे पांच साल की आयु और प्लेस्कूल जाने से पहले औपचारिक तौर पर कोई शिक्षा ग्रहण नहीं करते हैं लेकिन एक अध्ययन में ये बात सामने आयी है कि तीन साल की उम्र में आप बच्चों की पढ़ने और सीखने की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं.

Advertisement

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधार्थी और इस अध्ययन के सह लेखक रेबेका ट्रीमेन के अनुसार, हमारा अध्ययन यह बताता है कि बच्चों को इतनी कम उम्र में भी लेखन का ज्ञान होता है.

इस अध्ययन में तीन से पांच वर्ष आयुवर्ग के 114 बच्चों को शामिल किया गया , जिन्हें लिखने और पढ़ने की कोई औपचारिक शिक्षा नहीं दी गई थी.

इस परीक्षण के दौरान देखा गया कि बच्चे कैसे किसी लिखित शब्द को समझते हैं. उदाहरण के लिए बच्चों पर 'डॉग' शब्द का परीक्षण किया गया. 'डॉग' शब्द के विशिष्ट उच्चारण की तुलना 'डॉग' का चरित्र बनाकर की गई. पहले परीक्षण में शोधार्थियों ने बच्चों में 'डॉग' शब्द का परीक्षण किया. दूसरे परीक्षण में 'डॉग' के स्थान पर 'पप्पी' को शामिल किया गया लेकिन यहां बच्चे 'पप्पी' और 'डॉग' का अंतर समझने में गलती कर गए.

Advertisement

वहीं जब यह प्रक्रिया आकृति के अनुसार दोहराई गई तब बच्चों ने 'पप्पी' को 'डॉग' का वैकल्पिक रूप बताया. यह अध्ययन पत्रिका 'चाइल्ड डेवलपमेंट' में प्रकाशित किया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement