साहित्य अकादमी पुरस्कार 2016 की सूची जारी कर दी गई है. इस साल 24 भाषाओं के लेखकों को यह सम्मान दिया जाएगा. हिंदी लेखन में यह सम्मान उपन्यास 'पारिजात' के लिए नासिरा शर्मा को दिया गया है.
आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं. साहित्य और लेखन के क्षेत्र में भी वो पीछे नहीं रहीं. इसकी एक मिसाल पेश की है लेखिका नासिरा शर्मा ने. नासिरा शर्मा को साहित्य अकादमी पुरस्कार 2016 से नवाजा गया है. उन्हें यह पुरस्कार उनके हिन्दी उपन्यास 'पारिजात' के लिए दिया गया. बेहद सरल मगर प्रभावशाली व्यक्तित्व की धनी नासिरा शर्मा जितनी अच्छी लेखिका हैं, वो अपने निजी जिंदगी में भी उतनी ही सहज हैं. आइये नासिरा शर्मा के बारे में जानते हैं कुछ और बातें...
नासिरा हिंदी जगत की जानी-मानी लेखिका हैं. उनके अब
तक 10 कहानी संकलन, 6 उपन्यास और 3 लेख
संकलन छप चुके हैं. मगर बहुत कम लोगों को पता है कि नासिरा की हिन्दी की समझ जितनी अच्छी है, उतनी ही अच्छी पकड़ वो फारसी, अंग्रेजी, उर्दू और पश्तो भाषाओं पर भी रखती हैं.
नासिरा शर्मा को साहित्य विरासत में मिली है. उन्हें अपने उपन्यास 'कुईयांजान' के लिए भी पुरस्कृत किया जा चुका है. इसके लिए उन्हें यूके कथा सम्मान से नवाजा गया है.
1948 में इलाहाबाद में जन्मी नासिरा ने साहित्य और
फारसी में M.A किया है. कई भाषाओं की जानकार
नासिरा ने लंबे समय तक संपादन भी करती रही हैं. वे
राजस्थानी लेखकों की कहानियों का संपादन करती थीं.