
वैसे तो हिन्दू धर्म और इसकी मिथकीय कहानियों में इंसान के पाप-पुण्य के लिए काफी कुछ लिखा गया है. पाप से निवारण के लिए कई समाधान सुझाए गए हैं लेकिन राजस्थान के उदयपुर में स्थित एक शिव मंदिर की बात ही जुदा है. इस मंदिर के प्रांगण में एक कुंड है और ऐसा माना जाता है कि इस कुंड में डुबकी लगाने मात्र से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं. इतना ही नहीं यहां श्रद्धालुओं को पाप मुक्ति सर्टिफिकेट देने की भी व्यवस्था है.
इस शिव मंदिर का नाम गौतमेश्वर महादेव पापमोचन तीर्थ है. यह मंदिर प्रतापगढ़ जिले में पड़ता है. इस मंदिर के कुंड में डुबकी लगाने वाले शख्स को 'पाप मुक्ति' सर्टिफिकेट से नवाजा जाता है. इसके एवज में लोगों को 11 रुपये अदा करने होते हैं. इस मंदिर में आजादी के समय से ही डुबकी लगाने और सर्टिफिकेट पाने वालों का रिकॉर्ड दर्ज है. 11 रुपये में 1 रुपये सर्टिफिकेट और 10 रुपये दोष निवारण के लिए चार्ज किए जाते हैं. इस तीर्थ को आदिवासियों के हरिद्वार के तौर पर जाना जाता है. यहां हर साल मई में मेला लगता है और लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं.
हिन्दू धर्म में प्रचलित दंतकथाओं के अनुसार यहां गौतम ऋषि ने एक जानवर की हत्या के बाद दोषमुक्ति के लिए डुबकी लगाई थी. इस मंदिर के महंत कन्हैया लाल शर्मा कहते हैं कि इस मंदिर में खेतिहर-किसान अधिक संख्या में आते हैं क्योंकि वे मानते हैं कि खेती-किसानी में वे जाने-अनजाने कई जानवरों के घोंसले, बिल व अंडों को तबाह कर देते हैं. इस अपराधबोध के निवारण के लिए वे यहां दर्शन-स्नान करने आते हैं.