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Chhath Puja: नहाय-खाय के साथ छठ पर्व हुआ शुरू

4 दिनों तक चलने वाला छठ पर्व (Chhath Puja 2018) आज से शुरू हो गया है. आइए जानें नहाए खाए करने का सही तरीका....

छठ पूजा (Chhath Puja 2018) छठ पूजा (Chhath Puja 2018)
प्रज्ञा बाजपेयी
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 12:16 PM IST

आज से छठ व्रत (Chhath Puja 2018) का विधान शुरू हो गया है. 4 दिन तक चलने वाले छठ पर्व के पहले यानी आज के दिन नहाय खाय होगा. इस बार रविवार यानी सूर्य के दिन से छठ की शुरुआत हुई है. यह बहुत शुभ संयोग बना है. सूर्य षष्ठी यानी छठ में हर मनोकामना पूरी करेंगे.

छठ की शुरुआत नहाए खाए से करें-

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इस बार छठ का बहुत शुभ संयोग बना है.  

- 11 नवंबर रविवार को नहाय खाय होगा.

- 12 नवंबर सोमवार को खरना मनेगा.

- 13 नवंबर मंगलवार को शाम को डूबते सूरज की पूजा करके संझियां अर्घ्य देंगे.

- 14 नवंबर बुधवार की सुबह उगते सूर्य की पूजा करके भोरिया अर्घ्य देंगे. 

पहले दिन व्रतियों ने गंगा स्थान घाट पर धोए चावल-

इस महान पर्व के पहले दिन प्रसाद के रूप में छठ व्रती कद्दू भात बनाते हैं. इससे पहले दानापुर और मनेर के हल्दी छपरा स्थित गंगा, सरयू और सोन के संगम घाट पर छठ व्रतियों की भीड़ उमरी. छठ व्रतियों ने गंगा के शुद्ध पानी में प्रसाद के लिए गेहूं और चावल धोए.

छठ व्रतियों का मानना है कि छठ पर्व शुद्धता का प्रतिक है और हर काम गंगा के शुद्ध पानी से शुरू करना शुभ होता है. यही कारण है कि छठ के पहले दिन व्रतियों ने गंगा घाट के शुद्ध पानी में गेंहू और चावल धोए.

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व्रतियों ने बताया की गेहूं धोने और गंगा स्नान करने के बाद कद्दू भात बनाकर छठी मइया की आराधना शुरू की जाती है, जो चार दिन तक पूरी निष्ठा और शुद्धता के साथ चलती है.

बता दें,  छठ पर्व के दौरान मनेर के हल्दी छपरा संगम घाट का एक अलग महत्त्व है. तीन नदियों के संगम होने के कारण इस घाट पर काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.

आज नहाय खाय में क्या करें?

- सुबह स्नान कर नई साड़ी या अन्य वस्त्र पहनें.  

- महिलाएं माथे पर सिंदूर लगाकर साफ़ सफाई करें.  

- छठ के प्रसाद और पकवान के लिए मिट्टी लेपकर चूल्हा बनाएं या गैस चूल्हे को साफ़ करें.

- कठिन व्रत की शुरुआत में आज आखिरी बार नमक खाएं.  

- चावल भात बनेगा और सेंधा नमक से कद्दू यानी लौकी की सब्जी बनेगी.

- घर के सभी लोग यही भोजन करेंगे.

- छठ का मुख्य प्रसाद ठेकुआ बनाया जाएगा.

- आज के दिन ही छठ पूजा का सामान जैसे टोकरी, लोटा, फल, मिठाई, नरियल, गन्ना, सब्जी इकठ्ठा करें.  

- 12 नवंबर सोमवार को खरना मनाया जाएगा.

- दूध गुड़ और चावल की खीर और पूरी बनाएं लेकिन चीनी का इस्तेमाल नहीं करें. साथ ही नमक से भी बिल्कुल दूर रहें.

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