पिछले 24 घंटे में दुनिया का सबसे गर्म इलाका था पाकिस्तान का नवाबशाह. यहां पर पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस गया. पड़ोसी मुल्क के पड़ इड़ान (45 डिग्री सेल्सियस) और जैकबाबाद (44.5 डिग्री सेल्सियस) तापमान दर्ज किया गया. भारत में सबसे गर्म इलाका था बीकानेर, जहां पर पारे ने 44.2 डिग्री सेल्सियस को छुआ. इसके अलावा अपने देश ब्रह्मपुरी, चंद्रपुर, झांसी, बाड़मेर, चुरु, डाल्टनगंज और खजुराहो वो इलाके थे, जिनका तापमान 43.8 से 44 डिग्री सेल्सियस तक था. मुद्दा ये है कि दुनिया की वो दस जगहें कौन सी हैं, जो सबसे ज्यादा गर्म रहती हैं. जहां 10 मिनट में आप बीमार हो सकते हैं. कुछ ही घंटे में मौत भी हो सकती है. यहां की जमीनों पर अंडा फोड़ दे तो उसका ऑमलेट बन जाए. (फोटोः विकिपीडिया)
डेथ वैली, कैलिफोर्निया (Death Valley, California)
धरती पर सबसे गर्म माने जाने वाली जगहों में से एक है कैलिफोर्निया की डेथ वैली. नाम भी भयानक. तापमान भी. यहां पर अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड 10 जुलाई 1913 में बना था. तब डेथ वैली में फरनेस क्रीक नाम की जगह का पारा 56.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. फिलहाल यहां पर 37 से 40 डिग्री के बीच तापमान चल रहा है. यहां पर गर्मी की चार प्रमुख वजहें हैं- पहली सूरज की गर्मी, दूसरी गर्म हवाओं का घाटी में फंस जाना, आसपास मौजूद रेगिस्तानों से आ रही गर्म हवा और पहाड़ों के गर्म होने के बाद जलीय स्रोतों से निकलने वाली ह्यूमेडिटी. (फोटोः गेटी)
फ्लेमिंग माउंटेन, चीन (Flaming Mountain, China)
चीन के शिनजियांग प्रांत के तियान शान में मौजूद लाल सैंडस्टोन्स की पहाड़ियां. इन्हें फ्लेमिंग माउंटेंस या हुओयान माउंटेंस भी कहते हैं. ये टकलामाकेन रेगिस्तान के उत्तरी हिस्से में हैं. ये पहाड़ 100 किलोमीटर लंबा और 5 से 10 किलोमीटर चौड़ा है. यहां पर गर्मियों में आमतौर पर तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है. चीन की सरकार ने यहां के जमीनी तापमान को मापने के लिए अपने देश के बड़े थर्मामीटर में से एक को यहां लगाया है. कहा जाता है कि साल 2008 में यहां पर तापमान 66.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था, लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. (फोटोः गेटी)
लुट रेगिस्तान, ईरान (Lut Desert, Iran)
दश्त-ए-लुट के नाम से प्रसिद्ध यह जगह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है. दुनिया का 34वां सबसे बड़ा रेगिस्तान. 480 किलोमीटर लंबा और 320 किलोमीटर चौड़ा. इस रेगिस्तान में जीवन नाम की चीज नहीं है. न पौधे न जंतु. NASA के एक्वा सैटेलाइट ने इस रेगिस्तान की सतह का तापमान साल 2003 से 2010 तक रिकॉर्ड किया. जो तापमान रिकॉर्ड किया वो डरावना था. पारा 70.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इतनी गर्मी में तो कुछ भी सूख सकता है. चाहे वह कितना भी मजबूत इंसान या जानवर हो. (फोटोः गेटी)
सहारा रेगिस्तान, अफ्रीका (Sahara Desert, Africa)
अफ्रीका का यह रेगिस्तान दुनिया के सबसे गर्म इलाकों में से एक है. औसत तापमान 35 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. बारिश न के बराबर होती है. पूरे साल में 100 मिलिमीटर से भी कम. यहां पर हवा का उच्चतम तापमान 58 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है. जबकि, सतह का तापमान अधिकतम 76. डिग्री सेल्यिस रिकॉर्ड किया गया है. सर्दियों में रात का तापमान माइनस 6 तक जा सकता है. इतना ही नहीं, सर्दियों में सहारा रेगिस्तान में मौजूद पहाड़ों की चोटियों पर बर्फ भी दिखाई देती है. सहारा दुनिया का सबसे बड़ा गर्म रेगिस्तान है. यह करीब 92 लाख वर्ग किलोमीटर का इलाका कवर करता है. यानी धरती पर मौजूद जमीन का 8 फीसदी इलाका. (फोटोः गेटी)
ल अजीजिया, लीबिया (El Azizia, Libya)
लीबिया के उत्तर-पश्चिम में मौजूद एक छोटा सा कस्बा. यह जाफरा जिले में आता है. अपनी गर्मी के लिए मशहूर है. वैसे तो यहां पर औसत अधिकतम तापमान 35 से 40 के बीच रहता है. लेकिन यहां पर पारे ने 13 सितंबर 1922 में रिकॉर्ड तोड़ा था. यहां पर 58 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. जिसे बार में विश्व मौसम संगठन (WMO) ने साल 2012 में खारिज कर दिया. WMO ने कहा कि जिस समय का यह डेटा बताया जा रहा है, उस समय इसे मापने की सुविधा इस इलाके में नहीं थी. लेकिन यह इलाका काफी गर्म रहता है.
सोनोरन रेगिस्तान, अमेरिका (Sonoran Desert, US)
अमेरिका से उत्तरी मेक्सिको तक फैले इस रेगिस्तान की दो चीजें खतरनाक हैं. पहली गर्मी और दूसरे यहां पर उगे कैक्टस के पौधे. एरिजोना प्रांत में मौजूद इस रेगिस्तान में कुछ दुर्लभ जगुआर भी मिल जाते हैं. यहां पर औसत तापमान 40 डिग्री सेल्यिस से 46.1 डिग्री सेल्सियस तक रहता है. यहां पूरे साल में 100 से 300 मिलीमीटर औसत बारिश होती है. (फोटोः गेटी)
बैंकॉक, थाईलैंड (Bangkok, Thailand)
थाईलैंड के बैंकॉक की गर्मी भयानक धोखेबाज है. यह थाई शहर कभी भी बहुत ज्यादा गर्म नहीं होता. लेकिन साल भर गर्म रहता है. रात को भी पारा बहुत नीचे नहीं जाता. क्रंग थेप महा नखोन (Krung Thep Maha Nakhon) के नाम से प्रसिद्ध इस जगह पर साल भर 40 डिग्री सेल्सियस या उसके ऊपर तापमान रहता है. समुद्र के किनारे होने और जंगलों के होने की वजह से ह्यूमेडिटी काफी ज्यादा रहती है. (फोटोः पिक्साबे)
कुवैत सिटी, कुवैत (Kuwait City, Kuwait)
मध्य-पूर्व और दुनिया के सबसे गर्म शहरों में से एक है कुवैत सिटी. 40 लाख की आबादी वाले इस शहर में गर्मियों में औसत तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस रहता है. यहां पर हाल ही में पारा 53.2 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था. सर्दियों में यह ठंडा भी हो जाता है, लेकिन थोड़े समय के लिए ही. यहां साल भर गर्मी रहती है. यहां पर रेतीले तूफानों के आने की वजह से तापमान हमेशा ऊपर रहता है. (फोटोः गेटी)
डलोल, इथियोपिया (Dallol, Ethiopia)
बेहद सुदूर और इथियोपिया के उत्तर में स्थित डलोल एक छोटा सा गांव है, जो सालभर अपनी गर्म तापमान के लिए जाना जाता है. यहां पर औसत अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस बना रहता है. पारा अधिकतम 49 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है. यह गांव बिना किसी इंसान या रिहायशी इलाके वाला सबसे गर्म क्षेत्र माना जाता है. (फोटोः गेटी)
अमेजन (The Amazon)
धरती का फेफड़ा कहे जाने वाले इस इलाके में जंगल ही जंगल है. नदियां हैं. लेकिन यह इलाका भी धरती के गर्म इलाकों में आता है. यहां ह्यूमिडिटी बहुत ज्यादा रहती है. यह गर्म हवा आपके फेफड़ों में तब महसूस होती हैं, जब आप यहां पर घूमते हो. आमतौर पर औसत तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहता है, लेकिन यह 45 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. (फोटोः गेटी)