
DRDO ने पांचवीं पीढ़ी के स्वदेशी फाइटर जेट के एप्रूवल के लिए कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के पास डिजाइन भेजा है. इस कमेटी का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) करते हैं. इस फाइटर जेट का नाम है एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Advanced Medium Combat Aircraft - AMCA). इसका पहला प्रोटोटाइप साल 2026 तक सामने आ जाएगा.
एएमसीए में दो इंजन होंगे. इसमें जनरल इलेक्ट्रिक 414 (GE-414) इंजन लगे होंगे. अब कमेटी के सामने डीआरडीओ ने फंड्स की डिमांड की है. एएमसीए आने से चीन, रूस और अमेरिका जैसे देशों की श्रेणी में भारत भी शामिल हो जाएगा. इस फाइटर जेट से पहले LCA Tejas Mark-2 आ जाएगा. इसमें भी GE-414 इंजन लगा होगा. एएमसीए के आने के बाद भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी.
एएमसीए अमेरिकी के F-35 और रूस के Su-57 को कड़ी टक्कर देगा. देश में अभी फ्रांस से मंगाए गए 4.5 पीढ़ी के राफेल फाइटर जेट ही मौजूद हैं. यह विमान अमेरिका के सबसे खतरनाक फाइटर जेट F-35 को स्पीड में पिछाड़ देगा. एएमसीए की अधिकतम गति 2633 KM प्रतिघंटा होगी. F-35 की अधिकतम गति 2000 किलोमीटर प्रतिघंटा ही है. एएमसीए के आने के बाद पाकिस्तान तो मुंह खोल नहीं पाएगा. चीन की हालत भी खराब रहेगी.
अमेरिकी फाइटर जेट F-35 से ज्यादा रेंज
एएमसीए रेंज में भी अमेरिकी F-35 से ज्यादा होगा. भारतीय लड़ाकू विमान की रेंज 3240 KM होगी, जबकि अमेरिकी फाइटर की है 2800 किमी है. कॉम्बैट रेंज 1620 किलोमीटर होगी, जबकि F-35 की कॉम्बैट रेंज 1239 किलोमीटर है. भारतीय लड़ाकू विमान 57.9 फीट लंबा होगा, जबकि एफ-35 छोटा है. यह सिर्फ 51.4 फीट लंबा है.
एएमसीए का विंगस्पैन 36.6 फीट का होगा, जबकि एफ-35 का 35 फिट ही है. AMCA की ऊंचाई 14.9 फीट होगी, जबकि F-35 की 14.4 फीट है. AMCA सिर्फ एक मामले में F-35 से पीछे दिख रहा है, वो है ईंधन की क्षमता. भारतीय विमान में 6500 किलोग्राम फ्यूल आएगा. जबकि अमेरिकी फाइटर में 8275 KG आता है.
आधुनिक डिस्प्ले और कमांड कंट्रोल होगा
भारतीय फाइटर जेट अधिकतम 65 हजार फीट की ऊंचाई तक जाएगा. ये फाइटर जेट भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के लिए बनाया जाएगा. इंडियन एयरफोर्स इस फाइटर जेट के सात स्क्वॉड्रन बनाने की योजना बना रहा है. पहले वर्जन के बाद एएमसीए मार्क-2 में और ताकतवर ज्वाइंट वेंचर इंजन लगाने की प्लानिंग है.
इसका कॉकपिट मैन-मशीन इंटरैक्शन पर आधारित होगा. पैनारोमिक टचस्क्रीन डिस्प्ले, मल्टी फंक्शन डिस्प्ले और हेड्स अप डिस्प्ले की व्यवस्था होगी. एएमसीए में हैंड्स ऑन थ्रॉटल एंड स्टिक (HOTAS) अरेंजमेंट होगा. जो पायलट के दाहिनें हाथ में स्टिक और बाएं हाथ में थ्रॉटल होगा. ताक पायलट का वर्कलोड कम हो सके.
हथियारों का पूरा जखीरा चौंका देगा आपको
एएमसीए में 14 हार्डप्वाइंट्स होंगे. इसमें 23 मिलीमीटर की GSh-23 कैनन लगी होगी. इसके अलावा S8 रॉकेट पॉड्स, अस्त्र मार्क-1, 2, 3, हवा से हवा में मार करने वाली NG-CCM मिसाइल, ब्रह्मोस एनजी (BrahMos-NG), संत और हवा से जमीन पर मार करने वाली रुद्रम मिसाइल लगाई जाएंगी.
F-35 फाइटर जेट में एक 25 मिलीमीटर का कैनन है. चार हार्डप्वाइट्ंस हैं. छह एक्सटर्नल हार्ड प्वाइंट्स हैं. यह AIM 120, 9X, 132 और हवा से हवा में मार करने वाली MBDA मीटियोर मिसाइल से लैस है. इसके अलावा इस पर हवा से सतह पर मार करने वाली AGM 88G, AGM 158, Spear 3 हवा से सतह और हवा से शिप पर मार करने वाली मिसाइलें तैनात हो सकती है.