कंगारू तेज गेंदबाज पैट कमिंस को उम्मीद है कि भारत के खिलाफ होने वाली सीमित ओवरों की सीरीज और टेस्ट सीरीज में पिचों में उछाल और तेजी होगी जो ऑस्ट्रेलिया को घर में खेलने का फायदा पहुंचाएगी. क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू की रिपोर्ट में सोमवार को कमिंस के हवाले से लिखा, 'उम्मीद है कि पिचें उस तरह की होंगी जिस तरह की हम ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को आदत है.'
कमिंस ने कहा, 'उम्मीद है कि पिच में तेजी और उछाल होगा ताकि भारत की तरह हमें भी घर में खेलने का फायदा मिल सके.' संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा रहे कमिंस ने कहा कि भारत के खिलाफ होने वाली अहम सीरीज से पहले बायो सिक्योर बबल में रहना उनके लिए फायदेमंद रहेगा.
कमिंस ने कहा, 'यूएई में बायो बबल में रहने का एक फायदा यह था कि हमें ज्यादा सफर नहीं करना पड़ा था. आम स्थिति में जो आईपीएल होता है उसमें हमें हर दूसरे दिन फ्लाइट पकड़नी होती है. इसलिए यह कई बार बहुत थकाऊ हो जाता है.'
कमिंस ने कहा कि वह तीन महीने बायो बबल में बिताने के बाद तारोताजा महसूस कर रहे हैं. उन्होंने हालांकि यह भी बताया कि एक बार जब वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों के साथ जुडेंगे तो इस बात पर चर्चा करेंगे कि क्या उन्हें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले सिडनी और कैनबरा में होने वाली सीमित ओवरों की सीरीज में आराम करना चाहिए या नहीं.
कमिंस ने कहा, 'मैंने इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया है. जाहिर सी बात है कि यह मुश्किल समय है और कई सारे लोग अधिकतर समय बबल में बिता रहे हैं. इसलिए हम सभी तरह की चर्चा खुले तौर रखना चाहते हैं और जब हम सभी एक साथ मिलेंगे तो इस पर बात करेंगे.' भारत और ऑस्ट्रेलिया तीन मैचों की वनडे और इतने ही मैचों की टी-20 सीरीज खेलेंगी. इसके बाद चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी.
दौरे की शुरुआत वनडे सीरीज से होगी. सीरीज का पहला मैच 27 नवंबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा. दूसरा मैच 29 नवंबर को इसी मैदान पर खेला जाएगा. आखिरी मैच 2 दिसंबर को कैनबरा के मनुका ओवल में होगा. इसी मैदान से टी-20 सीरीज की शुरुआत चार दिसंबर से होगी. बाकी के दो मैच छह और आठ दिसंबर को एससीजी में खेले जाएंगे. टेस्ट सीरीज की शुरुआत 17 दिसंबर से एडिलेड से होगी.