Advertisement

क्रिकेट

पर्थ की जगह इस मैदान पर हो सकता है भारत-AUS सीरीज का आगाज

aajtak.in
  • 07 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:56 PM IST
  • 1/5

भारतीय क्रिकेट टीम का इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया दौरा पर्थ के बजाय एडिलेड या ब्रिस्बेन से शुरू हो सकता है क्योंकि पश्चिम ऑस्ट्रेलिया की प्रांतीय सरकार ने साफ किया है कि उनके राज्य में पृथकवास के नियमों में किसी तरह की भी ढील नहीं दी जाएगी. 

  • 2/5

ईएसपीएनक्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार एडिलेड ओवल भारत के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैचों की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है. इनमें डे नाइट टेस्ट मैच भी शामिल है. इसके अलावा अगर विक्टोरिया में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) बॉक्सिंग डे टेस्ट का आयोजन नहीं कर पाता है तो इसकी मेजबानी भी एडिलेड को सौंपी जा सकती है. 

  • 3/5

भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में भाग लेने के बाद सीधे यहां पहुंचेंगे. यूएई में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार पश्चिम ऑस्ट्रेलिया प्रांतीय सरकार के प्रधानमंत्री मार्क मैकगोवान ने कहा, ‘हमें यह स्वीकार नहीं है कि टीम विदेश के उच्च जोखिम वाले क्षेत्र से आकर पृथकवास में गए बिना सामान्य अभ्यास गतिविधयों में हिस्सा ले और फिर मैच खेलने के लिए अन्य राज्यों में जाए.’

Advertisement
  • 4/5

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) की शुरुआती योजना के अनुसार इंग्लैंड के दौरे पर गई ऑस्ट्रेलियाई टीम और भारतीय टीम को पहले पर्थ में प्रवेश करना था. सीरीज से पहले दोनों टीमों को पृथकवास के नियमों में ढिलाई के बीच पर्थ में अभ्यास करना था. लेकिन पश्चिम ऑस्ट्रेलिया राज्य सरकार की विदेश से यात्रा करने वालों के लिए होटल में पृथकवास पर रहने के कड़े नियमों के कारण सीए की योजना खटाई में पड़ गई.

  • 5/5

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने सीए से पृथकवास के दौरान जैव सुरक्षित वातावरण में अभ्यास की अनुमति देने का आग्रह किया है जो पर्थ में संभव नहीं है. भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा सीमित ओवरों की सीरीज (टी-20) से शुरू हो सकता है जिसके बाद चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी. सीए के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम पश्चिम ऑस्ट्रेलिया सरकार की पृथकवास और सीमा संबंधी व्यवस्था पर कड़े नियमों को स्वीकार करते हैं. ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ब्रिटेन से लौटने के बाद पर्थ में पृथकवास पर नहीं रहेगी.’

Advertisement
Advertisement