ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने कहा कि भारत से टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद से पिछले दो साल में उनके तेज गेंदबाजों ने काफी सुधार किया है और वह आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ उनके प्रदर्शन को देखने को बेकरार हैं.
भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर उसकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज में जीत हासिल की थी. दोनों टीमें अब फिर ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर खेलने को तैयार हैं. लैंगर ने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘अगर मैं उस समय (2018-19) की बात करूं तो हम पर्थ टेस्ट मैच में जीतने के बाद एमसीजी में टॉस हार गए थे और मैंने टेस्ट क्रिकेट में संभवत जितने सपाट विकेट देखे हैं, उसमें हम टॉस गंवा बैठे और उन्होंने करीब दो दिन तक गेंदबाजी की.’
जस्टिन लैंगर ने कहा, ‘फिर हमें एससीजी में अगला मैच भी सपाट पिच पर खेलना पड़ा. कोई बहाना नहीं बना रहा, लेकिन तब काफी मुश्किल था.’ लैंगर ने कहा, ‘भारत अपने खेल के शीर्ष पर था, वे इतिहास में पहली बार हमें हराने के हकदार थे, लेकिन हमारे खिलाड़ी पिछले दो वर्षों में बेहतर हुए हैं और काफी भारतीय खिलाड़ी भी और अनुभवी हुए हैं. मैं इस मुकाबले का इंतजार नहीं कर सकता.’
मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस की तिकड़ी के इस बार भी तेज गेंदबाजी विभाग में पहली पसंद होने की उम्मीद है, लेकिन चयनकर्ताओं के पास 17 सदस्यीय टीम में चुनने के लिए जेम्स पैटिनसन, क्वींसलैंड के माइकल नेसर और सीन एबोट जैसे विकल्प हैं.
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली गर्मियों में चोटिल हेजलवुड की जगह लेने वाले पैटिनसन को लाल गेंद का अनुभव इतना नहीं है जो हाल में संयुक्त अरब अमीरात में खत्म हुई इंडियन प्रीमियर लीग में व्यस्त थे. नेसर ने टेस्ट पदार्पण नहीं किया है जबकि वह एक साल से ज्यादा समय से टेस्ट टीम में हैं जबकि एबोट पिछले दो वर्षों में टेस्ट ऑलराउंडर के रूप में काफी अच्छे दिख रहे हैं.