टेस्ट क्रिकेट पांच दिनों तक जारी रह सकता है, लेकिन यदि कोई मैच दो दिन में ही समाप्त हो जाए तो उसका इतिहास के पन्नों में दर्ज होना बनता है. ऐसा ही एक टेस्ट मैच इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच साल 2000 में खेला गया था. उस टेस्ट मैच मैच के पहले दिन (17 अगस्त) 15 विकेट गिरे, वहीं दूसरे दिन यानी 18 अगस्त को भी इतने ही विकेट्स का पतन हुआ. इंग्लैंड ने पारी और 39 रनों से वह मैच जीत लिया था.
पांच टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज का वो चौथा मुकाबला लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेला गया था. मैच में वेस्टइंडीज के कप्तान जिमी एडम्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. पिच से फास्ट बॉलर्स को मदद मिलने की उम्मीद थी, ऐसे में इंग्लैंड ने चार तेज गेंदबाजों को प्लेइंग-11 में शामिल किया. शुरुआती दिन सुबह के सत्र में इंग्लिश तेज गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज के शीर्ष क्रम को झकझोर कर रख दिया.
60 रनों पर 5 विकेट गिरने के बाद युवा बल्लेबाज रामनरेश सरवन और विकेटकीपर रिडले जैकब्स (35 रन) ने 68 रनों की पार्टनरशिप करके वेस्टइंडीज की पारी को संभालने का प्रयास किया. डोमिनिक कॉर्क ने जैकब्स को आउट करके इस पार्टनरशिप का अंत किया. यहां से वेस्टइंडीज के बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए और उसकी पहली पारी 48.4 ओवरों में 172 रन पर ढेर हो गई. सरवन ने 9 चौकों की मदद से नाबाद रन बनाए. इंग्लैंड की ओर से क्रेग व्हाइट ने पांच विकेट लिए, जबकि डेरेन गॉफ और डोमिनिक कॉर्क को क्रमश: तीन एवं दो विकेट मिले.
इंग्लैंड की भी पहली पारी में शुरुआत कुछ खास नहीं रही और पहले दिन का खेल खत्म होने तक उसने 5 विकेट पर 105 रन बनाए. फिर दूसरे दिन माइकल वॉन ने ग्रीम हिक के साथ सातवें विकेट के लिए 98 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को लीड दिलाने में अहम रोल निभाया.
इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 81.5 ओवर्स खेलकर कुल 272 रन बनाए और उसे 100 रनों की लीड हासिल हुई. वॉन ने सात चौकों की मदद से सबसे ज्यादा 76 रन बनाए, वहीं हिक के बल्ले से 59 रन (7 चौके) निकले. वेस्टइंडीज के लिए पहली पारी में कर्टनी वॉल्श और कर्टली एम्ब्रोस को चार-चार सफलताएं प्राप्त हुईं.
100 रनों से पिछड़ने के बाद वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों से दूसरी पारी में जुझारू प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इंग्लिश तेज गेंदबाजों के सामने मेहमान टीम के बैटर्स ने घुटने टेक दिए. दूसरी पारी में वेस्टइंडीज के पांच बल्लेबाज खाता तक नहीं खोल पाए. वेस्टइंडीज की टीम अपनी दूसरी पारी में 26.2 ओवर्स खेलकर 61 रन ही बना सकी, जिसके चलते उसे एक पारी और 39 रनों से हार का सामना करना पड़ा.
इंग्लैंड की ओर से दूसरी पारी में एंडी कैडिक ने पांच और डेरेन गॉफ ने चार विकेट हासिल किए. इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने पांचवां टेस्ट मैच भी 158 रनों से जीतकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया. यह आखिरी टेस्ट सीरीज रही, जिसमें कर्टनी वॉल्श और कर्टली एमब्रोस एक साथ खेलते दिखे.
साल 1946 (ऑस्ट्रेलिया vs न्यूजीलैंड, वेलिंग्टन) के बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब कोई टेस्ट मैच दो दिनों में ही समाप्त हो गया था. अबतक कुल 24 टेस्ट मैच ऐसे हुए हैं, जिसमें विजेता टीम का फैसला दो दिनों में ही हो गया. भारत भी दो मौकों पर दो दिन में टेस्ट मैच जीतने में सफल रह चुका है. सबसे पहले उसने 2018 में अफगानिस्तान को बेंगलुरु टेस्ट मैच में दो दिन में हरा दिया था. फिर 2021 में अहमदाबाद टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड का भी ऐसा ही हाल किया था.
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