
विराट कोहली की अगुवाई में साल 2020-21 में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंची थी, तब आत्मविश्वास से भरपूर थी. लेकिन पहले ही टेस्ट मैच में कुछ ऐसा हुआ कि पूरा इतिहास ही बदल गया. टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में सिर्फ 36 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई. भारत सीरीज में 1-0 से पिछड़ा, विराट कोहली भारत वापस लौट आए.
इसके बाद टीम की कमान अजिंक्य रहाणे ने संभाली और अपनी कप्तानी में एक ऐसा इतिहास रच दिया, जिसे शायद क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन कमबैक में से एक माना जाता है. 6 जून को ही अजिंक्य रहाणे का जन्मदिन होता है, ऐसे में फैन्स रहाणे के उस योगदान को फिर सलाम कर रहे हैं.
रहाणे के वो पराक्रमी 112 रन
36 पर ऑलआउट होने का कलंक साथ लिए टीम इंडिया जब दूसरे मैच के लिए मेलबर्न पहुंची, तब अजिंक्य रहाणे टीम इंडिया के कप्तान थे. यहां भारतीय टीम को काफी कुछ साबित करना था, पहली पारी में रहाणे ने कप्तानी पारी खेली. अजिंक्य रहाणे ने यहां पर 112 रन बनाए और ऑस्ट्रेलियाई बॉलर्स को कड़ा जवाब दिया.
शायद 36 पर ऑलआउट वाले झटके से उबरने के लिए टीम इंडिया को ऐसी ही एक कप्तानी पारी का इंतज़ार था. इस एक पारी ने टीम इंडिया में जोश भर दिया, भारत इस मैच को 8 विकेट से जीता. सीरीज़ 1-1 की बराबरी पर पहुंची.
इसके बाद सिडनी में टेस्ट मैच हुआ, जिसे भारत ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए ड्रॉ करवाया और आखिरी मैच गाबा में हुआ जहां ऋषभ पंत के कमाल के दम पर भारत को जीत मिली. 32 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में कोई टेस्ट मैच गंवाया था.
भरोसेमंद बल्लेबाज, जो अब कर रहा संघर्ष
अजिंक्य रहाणे को टीम इंडिया का हिस्सा बने लगभग 1 दशक हो गया है, इस दौरान वह शुरुआत में कई बार संघर्ष करते दिखे. लेकिन विदेशी सरज़मीं पर हर बार उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया और टेस्ट क्रिकेट में भारतीय बल्लेबाजी के मिडिल ऑर्डर की रीढ़ साबित हुए.
लेकिन पिछले कुछ वक्त से अजिंक्य रहाणे संघर्ष कर रहे हैं, हालात यह हैं कि टेस्ट टीम में उनकी जगह भी पक्की नहीं है. खराब फॉर्म के बाद श्रीलंका सीरीज़ से उन्हें बाहर किया गया, इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले इकलौते टेस्ट मैच का भी वह हिस्सा नहीं होंगे. हालांकि, आईपीएल के आखिर में उन्हें चोट भी लगी.
अजिंक्य रहाणे का रिकॉर्ड-
• 82 टेस्ट, 4931 रन, 38.52 औसत
• 90 वनडे, 2962 रन, 35.26 औसत
• 20 टी-20, 375 रन, 20.83 औसत