
Sourav Ganguly on Virat kohli: टीम इंडिया इन दिनों इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट, टी20 के बाद अब वनडे मैचों की सीरीज खेल रही है. इसी बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को ब्रिटिश पार्लियामेंट द्वारा सम्मानित भी किया गया.
सौरव गांगुली ने लंदन में मीडिया से बात करते हुए अपने सम्मान और विराट कोहली की खराब फॉर्म पर बात की. इसके अलावा उन्होंने बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष अपने कार्यकाल को लेकर भी बयान दिया.
गांगुली ने कहा, 'मुझे ब्रिटिश संसद द्वारा एक बंगाली के रूप में सम्मानित किया गया. इसलिए यह अच्छा एहसास रहा. इसके लिए छह महीने पहले मुझसे संपर्क किया गया था. वे हर साल यह पुरस्कार देते हैं और मुझे मिल गया.'
'... मैं कोहली को बेहतर करते देखना चाहता हूं'
विराट कोहली के खराब फॉर्म पर गांगुली ने कहा, 'आप इंटरनेशनल क्रिकेट में उसके रिकॉर्ड देखिए, ये बगैर काबिलियत और क्वालिटी के नहीं होता है. हां, उसका अभी मुश्किल समय चल रहा है. वह यह भी जानते हैं कि वह बड़े खिलाड़ी रहे हैं. वह यह भी जानते हैं कि उनके कद के हिसाब से ये सब ठीक नहीं रहा है'.
गांगुली ने कहा, 'मैं कोहली को बेहतर करते देखना चाहता हूं, लेकिन उन्हें ही इन सबसे निकलने का रास्ता खोजना होगा. वो करके दिखाना होगा, जो वह 11-12 सालों से करते आ रहे हैं. यह सिर्फ कोहली ही कर सकते हैं.'
उन्होंने कहा, 'यह सब चीजें क्रिकेट में होती रहती हैं. यह सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ औऱ मेरे साथ भी ऐसा हुआ था. भविष्य में और भी कई खिलाड़ियों के साथ यह होगा. यह खेल का हिस्सा है. बतौर खिलाड़ी आपको सिर्फ मैदान पर जाकर प्रदर्शन करना होता है.'
कोरोना की चुनौती और अपने कार्यकाल पर बोले -
बतौर बीसीसीआई अध्यक्ष अपने कार्यकाल और कोरोना की चुनौतियों पर गांगुली ने कहा, 'यह काफी चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि इससे पहले किसी ने कोरोना नहीं देखा था. इसने पूरी दुनिया को रोक दिया था, लेकिन फिर भी हम क्रिकेट को आगे लाने में कामयाब हुए, क्योंकि आप जानते हैं कि प्रसारण के काम लगातार चल रहे हैं.'
उन्होंने कहा, मैं कभी भी खेल और पैसे को बराबर नहीं रखता. मगर बेहतर सुविधाओं के लिए धन जरूरी भी है. भारतीय क्रिकेट मजबूत स्थिति में है. जब हम खत्म (कार्यकाल) करेंगे, तो कोई दूसरा आएगा, जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा. खेल को आगे बढ़ाने का काम खिलाड़ी और अधिकारी ही करते हैं.'