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अफ्रीका में जीत के बाद इस भारतीय गेंदबाज ने इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया को चेताया

भुवनेश्वर ने कहा, हम जिस तरीके से साउथ अफ्रीका में खेले उसने हमें आत्मविश्वास दिया और हम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरों पर जाने और वहां बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं.’

भुवनेश्वर कुमार भुवनेश्वर कुमार
तरुण वर्मा
  • केपटाउन,
  • 25 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 3:54 PM IST

तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा दौरे पर भारतीय टीम का आक्रामक प्रदर्शन इसी साल होने वाले इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के कड़े दौरों के लिए अच्छा रहेगा.

भारत ने दक्षिण अफ्रीका दौरे की शुरुआत टेस्ट सीरीज में 1-2 की हार के साथ की, लेकिन इसका अंत कल तीसरे टी-20 में मेजबान टीम को 7 रन से हराकर सीरीज 2-1 से जीतकर किया. भारतीय टीम ने इस बीच वनडे सीरीज भी 5-1 से जीती.

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भुवनेश्वर ने कहा, ‘हम अधिक लालची नहीं होना चाहते और इन दो ट्रॉफी के साथ हम खुश हैं. उम्मीद करते हैं कि अगली बार हम सभी तीनों ट्रॉफी जीत पाएंगे. यह दौरा शानदार रहा, विशेषकर टेस्ट सीरीज.'

उन्होंने कहा, ‘हां, हमने दो मैच गंवाए, लेकिन वे काफी करीबी थे. हम 0-3 से भी हार सकते थे और 2-1 से भी जीत सकते थे. लेकिन हम जिस तरीके से खेले उसने हमें आत्मविश्वास दिया और हम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरों पर जाने और वहां बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं.’

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पीटीआई के मुताबिक भुवनेश्वर ने कहा कि टी-20 क्रिकेट में सफलता के लिए विविधता और टाइमिंग महत्वपूर्ण हैं. टी-20 क्रिकेट विविधता का इस्तेमाल करने से जुड़ा है और आपकी टाइमिंग परफेक्ट होनी चाहिए.'

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उन्होंने कहा, ‘मैं जो भी ‘नकल बाल’ डालता हूं, चाहता हूं कि बल्लेबाज उस पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश करे. आप इस तरह से विकेट ले सकते हैं और यही मुख्य कारणों में से एक है कि मैं पावर प्ले में सफल रहा.’

विभिन्न प्रारूपों में अंतर बताते हुए भुवनेश्वर ने टी-20 के संदर्भ में कहा, ‘टी-20 ऐसा प्रारूप है जो तेजी से खत्म हो जाता है और आपके पास सिर्फ चार ओवर होते हैं. अगर आप ओवर में तीन खराब गेंद फेंकोगे तो इन पर रन बनेंगे और आपका पूरा विश्लेषण बिगड़ जाएगा.'

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उन्होंने कहा, 'इन तीन गेंद के कारण टीम बैकफुट पर आ जाएगी. इसलिए प्रत्येक गेंद महत्वपूर्ण है. इसके कारण गेंदबाज को सोचना पड़ता है. प्रत्येक गेंद सही होनी चाहिए और आपको योजना को सही तरीके से लागू करना चाहिए.’

भुवी ने कहा, ‘टेस्ट मैचों में आपको वनडे या टी-20 क्रिकेट की तुलना में कुछ अलग नहीं करना होता, लेकिन यह लाइन और लेंथ का खेल है. वनडे क्रिकेट में आप यॉर्कर और धीमी गेंद करने की कोशिश करते हैं.'

उन्होंने कहा, 'प्रारूपों के बीच के सामंजस्य बैठाना कभी आसान नहीं होता, लेकिन यह अभ्यास और तैयारी से जुड़ा है. आपको सामंजस्य बैठाने के लिए दो से तीन ओवर की जरूरत होती है, लेकिन टी-20 में आपको रणनीति के साथ तैयार रहना होगा क्योंकि आप बल्लेबाज के रन बनाने के बाद प्रतिक्रिया नहीं दे सकते.’

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