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यदि धोनी संन्यास ले लेता तो धरने पर बैठ जाताः सुनील गावस्कर

सुनील गावस्कर को महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने पर आश्चर्य नहीं है. लेकिन उन्होंने कहा कि अगर कैप्टन कूल क्रिकेट से संन्यास ले लेते तो वो उनके घर के बाहर धरने पर बैठ जाते.

महेंद्र सिंह धोनी 199 वनडे मैचों में टीम इंडिया के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी 199 वनडे मैचों में टीम इंडिया के कप्तान रहे
अभिजीत श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और वेस्टइंडीज के धुरंधर गेंदबाजों के छक्के छुड़ाने वाले लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर महेंद्र सिंह धोनी के बड़े फैन हैं ये किसी सब जानते हैं. गावस्कर को धोनी के कप्तानी छोड़ने पर आश्चर्य नहीं है. उन्होंने कहा कि धोनी अभी भारतीय क्रिकेट में काफी योगदान दे सकते हैं. साथ ही धोनी के इस प्रशंसक (गावस्कर) ने यह भी कहा कि अगर कैप्टन कूल ने संन्यान लेने की घोषणा की होती तो वो उनके घर के बाहर बैठकर उनकी वापसी के लिए धरना देते.

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सुनील गावस्कर ने कहा, ‘अगर धोनी ने एक खिलाड़ी के तौर पर भी संन्यास ले लिया होता तो फिर उनकी वापसी के लिए उनके घर के आगे धरने पर बैठने वाला मैं पहला व्यक्ति होता. एक खिलाड़ी के रूप में वह अब भी विस्फोटक है. वह एक ओवर में मैच का पासा पलट देता है. भारत को एक खिलाड़ी के रूप में उनकी सख्त जरूरत है. मुझे खुशी है कि उन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में बने रहने का फैसला किया.’

अब धोनी और विस्फोटक हो जाएंगे?
गावस्कर ने कहा कि धोनी के कप्तान नहीं रहने से उनकी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘हां ऐसा होगा. विराट कोहली निश्चित तौर पर उन्हें नंबर चार या पांच बल्लेबाज के रूप में उपयोग करेगा क्योंकि इससे नीचे उन्हें बल्लेबाजी के लिए उतारने का कोई मतलब नहीं बनता है. हां वह फिनिशर है लेकिन वह नंबर चार या पांच पर उतरकर बड़ी पारी खेल सकता है और तब भी फिनिशर की भूमिका निभा सकता है.’

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गावस्कर ने कहा, ‘विकेटकीपिंग अब अधिक आसान हो जाएगी क्योंकि उन्हें अब गेंदबाजी में बदलाव और क्षेत्ररक्षण के बारे में नहीं सोचना होगा. इनसे कई बार आपका ध्यान भंग होता है.’

विराट के लिए मददगार साबित होंगे धोनी
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि धोनी और कोहली मैदान में एक दूसरे के पूरक बन सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘इससे निश्चित तौर पर भारत को मदद मिलेगी क्योंकि धोनी के शांतचित होने से विराट को भी मदद मिलेगी. टेस्ट क्रिकेट में आपको अपनी गलती में सुधार करने के लिए समय मिलता है लेकिन सीमित ओवरों की क्रिकेट में चीजें तेजी से बदलती हैं और कुछ करने के लिए बहुत अधिक समय नहीं होता है और ऐसे में आपको जल्दी में फैसले करने होते हैं और यहां पर धोनी काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं.’

धोनी का फैसला हैरानी भरा नहीं
गावस्कर धोनी के कप्तानी से हटने के फैसले से हैरान नहीं है क्योंकि वह किसी भी समय यह फैसला कर सकते थे. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह हैरान करने वाला फैसला है. हां, यह थोड़ा जल्दी में जरूर लिया गया लगता है. क्योंकि यह लग रहा था कि वो चैंपियन्स ट्रॉफी तक कप्तान रहना चाहेगा जहां भारत मौजूदा चैंपियन है. इसके बाद वह विराट कोहली को कप्तानी सौंप सकता था. लेकिन कोहली की कप्तानी में टेस्ट टीम की शानदार सफलता को देखते हुए यदि धोनी ने कोहली को कमान सौंपने का फैसला किया तो इससे मुझे बहुत हैरानी नहीं हुई.’

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विराट जिम्मेदारी के लिए तैयार
गावस्कर ने कहा, ‘यह फैसला आज नहीं तो कल होना ही था. हमने जो सोचा था यह उससे जल्दी आ गया. विराट ने पिछले दो वर्षों में आरसीबी के कप्तान में रूप में दिखाया कि वह जिम्मेदारी के लिए तैयार है. जब हम कप्तानी किसी नए खिलाड़ी को सौंपते हैं तो यह चिंता रहती है कि इससे उसकी विशेषज्ञता कितनी प्रभावित होगी. विराट के मामले में हम देख चुके हैं इससे उन्हें कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.’

2019 वर्ल्ड कप खेलना फॉर्म पर निर्भर
क्या धोनी 2019 वर्ल्ड कप तक खेलना जारी रखेंगे, इस सवाल पर गावस्कर ने कहा, ‘यह पूरी तरह से उनकी इच्छा और फॉर्म पर निर्भर करता है. अभी बहुत अधिक विकल्प नजर नहीं आते हैं लेकिन क्रिकेट बहुत रोचक खेल है. जब आपको लगता है कि धोनी के बाद कोई नहीं है तब कोई कहीं से आकर उनका स्थान ले लेता है.’

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