
भारत और वेस्टइंडीज इससे पहले भी कई बार बड़े मैचों में आमने-सामने हुए हैं, लेकिन वर्ल्ड टी20 चैंपियनशिप के नॉक आउट सेमीफाइनल ने क्रिकेट प्रेमियों का रोमांच दोगुना कर दिया है. मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम एक ऐसे मुकाबले का गवाह बनने वाला है, जहां गेंद और बल्ले के अलावा जुनून और जोश की भी टक्कर होगी. जो हारेगा, वो बाहर जाएगा और जो जीतेगा, वो चैंपियन बनने के और करीब पहुंच जाएगा. छोटे फॉर्मेट के मैच विनर्स दोनों टीमों में हैं इसलिए इम्तिहान और कड़ा है. आइए जानते हैं क्या होगा इस मुकाबले में खास.
बराबरी पर खड़ा इतिहास
भारत और वेस्टइंडीज अब तक 4 बार टी20 फॉर्मेट में आमने-सामने हुए हैं और दोनों टीमों ने 2-2 बार जीत दर्ज की है. हां, वर्ल्ड टी20 के इतिहास में वेस्टइंडीज भारत पर भारी पड़ा है. इस चैंपियनशिप में दोनों टीमें 3 बार भिड़ी हैं, जिनमें से वेस्टइंडीज ने 2 बार जीत दर्ज की है, तो भारत ने एक बार. वर्ल्ड टी20 2016 में भी दोनों टीमों का सफर लगभग एक सा है. भारत अपना पहला मैच हारकर बाकी तीन मैच जीता, तो वेस्टइंडीज की टीम अपने पहले तीन मैच जीतकर आखिरी मैच अफगानिस्तान से हार गई.
धोनी vs सैमी
ये सही है कि महेंद्र सिंह धोनी हर फॉर्मेट के बेहतरीन कप्तान हैं, लेकिन वेस्टइंडीज के कप्तान डेरेन सैमी का भी टी20 में कप्तानी का रिकॉर्ड शानदार है. धोनी ने अब तक 66 टी20 मैचों में भारत की कप्तानी है, जिनमें से 40 में उन्हें जीत, तो 25 में हार मिली है, एक मैच बेनतीजा रहा है, उनका जीत फीसदी है 60.6 का. वहीं डेरेन सैमी का जीत फीसदी भी धोनी से जरा ही कम 57.7 का है. उन्होंने 45 मैचों में से 26 में वेस्टइंडीज को जीत दिलाई है और 17 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, दो मैच बेनतीजा रहे. सबसे बड़ी बात ये है कि धोनी 2007 में भारत को इस फॉर्मेट का चैंपियन बना चुके हैं, तो सैमी 2012 में वेस्टइंडीज को टी20 का किंग. हां, जहां तक दबाव में दमदार कप्तानी का सवाल है वहां धोनी, सैमी के मुकाबले बीस नजर आते हैं.
गेल vs विराट
आने वाला गुरुवार एक ऐसे मुकाबले का गवाह बनने वाला है, जिसमें बल्ले के दो ऐसे महारथी टकराएंगे जो आईपीएल में तो एक ही टीम से खेलते हैं, लेकिन क्रिकेट के शॉर्ट फॉर्मेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट में एक-दूसरे की काट बन सकते हैं. विराट कोहली और क्रिस गेल यूं तो अच्छे दोस्त हैं, लेकिन बात जब वर्ल्ड टी20 के सेमीफाइनल की हो, तो हार किसी को भी मंजूर नहीं. इस टूर्नामेंट में दोनों अपनी धाक जमा चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ गेल का तूफानी शतक कौन भूल सकता है. हालांकि इसके बाद गेल ने टूर्नामेंट में सिर्फ 4 ही रन और बनाए हैं, लेकिन उनकी काबिलियत पर शक शायद ही कोई करेगा. वहीं विराट गेल के मुकाबले ज्यादा भरोसेमंद साबित हुए हैं. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी मैच जिताने वाली पारियां उनके फॉर्म में होने का संकेत भी हैं और वेस्टइंडीज के लिए डर की वजह भी.
चिंता दोनों खेमों में
भारत के लिए चिंता का सबसे बड़ा सबब है विराट के अलावा बाकी बल्लेबाजों का लगातार फ्लॉप होना. विराट चले तो पाकिस्तान को हराया, विराट चले तो ऑस्ट्रेलिया को पानी पिलाया, लेकिन विराट नहीं चले तो न्यूजीलैंड से हार गए और बांग्लादेश से हारते-हारते बचे. रोहित शर्मा और शिखर धवन टीम को अच्छी शुरुआत देने में नाकाम साबित हो रहे हैं तो सुरेश रैना, युवराज सिंह और रविंद्र जडेजा के बल्ले की खामोशी मिडिल ऑर्डर को कमजोर बना रही है. परेशान वेस्टइंडीज भी है, गेल पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता और फ्लेचर को छोड़कर किसी भी बल्लेबाज का फॉर्म में ना होना दिक्कतें बढ़ा रहा है. तेज गेंदबाजी वेस्टइंडीज की ताकत है, तो स्पिन भारत की. कुल मिलाकर दोनों टीमों में कुछ राहत है तो कुछ चाहत, लेकिन जीत दोनों के लिए जरूरी है.